महिला और बाल विकास विभाग की प्रारंभिक जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जिन महिलाओं को आयु सीमा से बाहर होने के कारण लाभ नहीं मिलना चाहिए था, उन्हें भी हर महीने की किस्त मिल रहा है। पात्रता के शर्त के अनुसार एक परिवार की केवल दो महिलाओं को ही लाभ मिल सकता है, लेकिन कई जगह तीन या उससे अधिक महिलाओं को राशि मिली। कुछ मामलों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भी लाडकी बहीन योजना (Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana) का लाभ लेने की सूचना है।
यह पहली बार नहीं है जब इस योजना में गड़बड़ी सामने आई हो। इससे पहले की जांच में 14,000 पुरुषों द्वारा 10 महीने तक योजना का लाभ लेने का मामला उजागर हुआ था। इसके अलावा 2,000 से अधिक महिला सरकारी कर्मचारियों ने भी नियम के खिलाफ जाकर गलत तरीके से राशि ली थी।
सरकार ने अब जिल प्रशासन को आदेश दिया है कि सभी संदिग्ध लाभार्थियों के आवेदन और कागजात का प्रत्यक्ष सत्यापन किया जाए। इसके लिए आंगनवाड़ी सेविकाएं और स्थानीय प्रशासन के कर्मचारी घर-घर जाकर उम्र, परिवार के सदस्यों की संख्या और दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद पात्र महिलाओं को योजना का लाभ जारी रहेगा, जबकि अपात्र लाभार्थियों की क़िस्त रोक दी जाएगी।
इस समय राज्य में लाडकी बहीण योजना के 2.25 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं। पात्र महिलाओं के खातों में जुलाई 2025 तक 13 किस्तों के कुल 19,500 रुपये जमा किए जा चुके हैं।