उसके पिता बंटी सक्सेना बीते 29 जुलाई को ही कैंसर से दम तोड़ चुके हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वीलपुर गांववासियों ने क्षेत्र सहित संपूर्ण प्रदेश व देशवासियों से भावुक अपील की है कि ब्लड कैंसर से जूझ रहे 18 वर्षीय हर्ष सक्सेना के इलाज में सहयोग के लिए एक कदम अवश्य बढ़ाएं।
पत्रिका ने प्रकाशित की थी खबर, केंद्रीय मंत्री तक पहुंची
पत्रिका ने भी ‘कैंसर पीड़ित बालक की नहीं थी बहन, सैकड़ों बहनों ने राखियां बांधकर बढ़ाया हौंसला’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। रविवार को गांववासियों ने की अपील सहयोग की अपील की थी। केंद्रीय मंत्री ने हर्ष की सारी रिपोर्ट अपने व्हाट्सएप पर मां से मंगवाई हैं। चौहान ने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा हमारा धर्म और कर्तव्य है। भांजे हर्ष के इलाज में मैं भी अपना योगदान दूंगा और समुचित इलाज के लिए हरसंभव सहयोग करूंगा। बीलपुर गांव के लोगों ने सराहनीय काम किया है, जिन्होंने हर्ष के इलाज के लिए धन एकत्रित कर मिसाल पेश की है। साथ ही सभी से अपील की कि आगे बढकर हर्ष की मदद करें। ‘मैं भी भांजे के लिए मदद के हाथ बढ़ाऊंगा।
गावं की बहनों ने बांधा था रक्षासूत्र
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर चंबल की बीहड़ों से गांव की सभी बालिकाओं ने हर्ष को रक्षासूत्र बांधकर मानवता का संदेश देश भर में प्रसारित किया है। केंद्रीय मंत्री के अलावा अन्य समाजसेवी और क्षेत्रीय सांसद शिवमंगल सिंह तोमर भी मदद के लिए आगे आए हैं। इस मुश्किल घड़ी में केंद्रीय मंत्री सहित अन्य लोगों के सहयोग से हर्ष के परिजनों को राहत मिलने की उम्मीद हैं।