‘कांग्रेस का इतिहास सभी को मालूम’
एस.टी. हसन ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सभी को मालूम है कि उन्होंने मुसलमानों के साथ क्या किया है। किसी को यह बताने की जरूरत नहीं है कि मुसलमान समाजवादी पार्टी में दरी बिछाता है या क्या करता है। 1980 के आसपास मुरादाबाद में मुसलमान थाने की सीढ़ी पर नहीं चढ़ पाते थे। अगर चढ़ भी गए तो उतरते समय उनका हाथ-पैर टूटा होता था। पुलिस ऐसे बहुत से लोगों को उठाकर ले गई जो आज तक अपने घर नहीं लौटे। सपा नेता ने कहा कि भिवंडी, मेरठ, जमशेदपुर, भागलपुर में क्या हुआ था, बाबरी मस्जिद के साथ क्या हुआ था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में क्या हुआ था? आजादी से पहले 36 प्रतिशत मुसलमान सरकारी नौकरी में थे। आज वे दो प्रतिशत पर कैसे आ गए? इसका जिम्मेदार कौन है? इन बातों को कुरेदने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को मिलकर देश के लिए खतरा बनी साम्प्रदायिक शक्तियों को हराना है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा था कि सपा में चुप रहने वाला और दरी बिछाने वाला मुस्लिम नेता चाहिए। उन्हें बोलने वाला मुसलमान नेता नहीं चाहिए। इमरान मसूद के इस बयान ने समाजवादी पार्टी के अंदर बेचैनी बढ़ा दी है। उन्होंने आजम खान की स्थिति पर अखिलेश यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। मसूद उत्तर प्रदेश की सहारनपुर सीट से कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद हैं।