घटना की पूरी जानकारी
रामगंगा विहार स्थित परंपरा-एक सोसायटी में रहने वाले केमिकल कारोबारी दया किशन रस्तोगी 5 मई को अपनी पत्नी रेखा और बेटे ईशान के साथ पुणे गए थे। उनकी बेटी ज्योतिका रस्तोगी वहीं मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। घर पर उनकी वृद्ध मां प्रमोद रस्तोगी के साथ दो नौकर – सचिन सक्सेना (निवासी चौमुखा पुल, कोतवाली) और नौकरानी अनीता (निवासी हिमगिरी हरथला, सिविल लाइंस) रह गए थे। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे अनीता ने प्रमोद रस्तोगी को पानी पिलाया और ऊपर की मंजिल पर सफाई के लिए चली गई। उसी दौरान सचिन नीचे मौजूद था। करीब 1 बजे, उसने हॉकी से प्रमोद रस्तोगी के सिर पर वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया और उनके जेवरात उतार लिए।
करीब 2 बजे जब अनीता नीचे लौटी तो प्रमोद रस्तोगी को खून से लथपथ मृत अवस्था में पाया। उसने सचिन को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपी उसे धक्का देकर मौके से फरार हो गया। अनीता के शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस प्रशासन हुआ सक्रिय
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी सतपाल अंतिल, एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह, और सीओ कुलदीप कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया। मकान के आस-पास तलाशी ली गई, लेकिन हत्या में प्रयुक्त खून से सनी हॉकी घर के भीतर ही मिल गई। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि आरोपी सचिन सक्सेना के खिलाफ हत्या और लूट का केस दर्ज कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार दबिश दे रही हैं।
सुरक्षित कॉलोनी में इस वारदात से दहशत
दिनदहाड़े मुरादाबाद की पॉश कॉलोनी में हुई इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोगों में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी सुरक्षित मानी जाने वाली सोसायटी में भी आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर कैसे हो सकती है।