75 गांवों में पानी का संकट
भारी बारिश का असर जिले के 75 गांवों में साफ दिखाई दे रहा है, जहां रामगंगा का पानी घुस चुका है। वहीं शहर के तटीय मोहल्लों आशियाना, नवाबपुरा, लालबाग, बरवलान, वारसी नगर और जामा मस्जिद पुल क्षेत्र में भी नदी का पानी भर गया है। ताजपुर माफी इलाके में हाईवे पर पानी भरने से जामा मस्जिद पुल के जरिए यातायात को पूरी तरह रोक दिया गया।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
स्थिति गंभीर होते देख जिलाधिकारी अनुज सिंह ने प्रशासनिक अमले को मोर्चे पर उतार दिया। सदर तहसील के उप जिलाधिकारी डॉ. राममोहन मीना टीम के साथ प्रभावित इलाकों में पहुंचकर रेस्क्यू कार्य में जुट गए। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है।
सुबह मचा हड़कंप, शाम को मिली राहत
सुबह जलस्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी होने पर स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच गई थी, जिसे नियंत्रण में लाने के लिए अधिकारी मौके पर पहुंचे। शाम को जलस्तर 191.02 मीटर पर आने से बचाव कार्य में थोड़ी राहत मिली।
अन्य नदियों में भी जलस्तर बढ़ा
उधर, कालागढ़ में रामगंगा का जलस्तर 347.800 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का स्तर 365.300 मीटर है। यहां डिस्चार्ज शून्य रहा। वहीं, गागन नदी का जलस्तर भी मुरादाबाद में 189.80 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि इसका खतरे का निशान 192.28 मीटर है।
लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील
जिलाधिकारी ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है, बाढ़ चौकियां सक्रिय हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।