मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शहजाद पाकिस्तान अपने रिश्तेदारों से मिलने 2 से 3 बार गया। शहजाद की पत्नी रजिया ने बताया कि शहजाद के रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं और करीब एक साल पहले वह भी पति के साथ रिश्तेदार सद्दीक के घर गई थी। दोनों वहां लगभग आठ-दस दिन रुके थे। रजिया ने खुद को और अपने पति को निर्दोष बताया।
शहजाद से इंडियन सिम कार्ड देने के लिए पाकिस्तानी हैंडलर ने ही कहा था। शहजाद फर्जी नाम पते के प्री-एक्टिवेटेड सिम लेकर पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को ओटीपी बताकर टेलीग्राम एक्टिव करा देता था। ऐसे में यूपी एटीएस अब मुरादाबाद से पकड़े गए रामपुर के रहने वाले शहजाद के बैंक खातों की जांच कर रही है।
शहजाद, ज्योति मल्होत्रा के अलावा पानीपत से नोमान इलाही, कैथल से देवेंद्र सिंह ढिल्लों और नूंह से अरमान को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. इन लोगों पर पाक के लिए जासूसी करने या ISI के लिए काम करने का आरोप है. ज्योति और अरमान पाकिस्तानी उच्चायोग के अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थे. अब पता चला है कि शहजाद भी दानिश के नेटवर्क का हिस्सा था.
दानिश को भारत सरकार ने जासूसी कराने के आरोप में बीते 13 मई को देश छोड़ने का आदेश दिया था. फिलहाल, जांच एजेंसियां अब गिरफ्तार सभी कथित जासूसों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर सकती हैं।