प्रार्थी हेमलता साहू ने बताया कि 8 जुलाई को एक अज्ञात मोबाइल से फोन आया। उसने खुद को साइबर क्राइम ऑफिसर बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक का मनी लान्ड्रिग से संबंधित नोटिस भेजकर मुझे डराया। अज्ञात लोगों ने कहा कि सस्पेक्ट एटीएम कार्ड पकड़े गए हैं। उसमें एक एटीएम कार्ड उनके नाम का भी है। फोन करने वाले ने महिला से कहा कि उनके कैनरा बैंक के खाते में नौ सौ करोड़ जमा हो गए हैं।
हेमलता ने बताया कि मेरे नंबर पर वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाला पुलिस यूनिफार्म में था। उस व्यक्ति ने भी मुझे गिरफ्तार करने की धमकी दी। मुझे कहा कि अगर मैं सही-सही जानकारी दूंगी, तो वे मेरा सहयोग करेंगे। तब मैंने कहा कि मेरा कैनरा बैंक में खाता नहीं है। पंजाब नेशनल बैंक शाखा बृहस्पति बाजार बिलासपुर में खाता है। फिर मेरे खाते में बैलेस पूछा।
मैंने बताया कि मेरे खाते में 60,000 रुपए हैं। फोन करने वाले ने मुझे धमकी दी कि यदि मैं इस संबंध में किसी को बताऊंगी तो मेरे पुत्र और मेरे पति को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुझे मुंबई कोलाबा पुलिस स्टेशन में आने के लिए कहा। मैंने उस व्यक्ति को कहा कि मैं मुंबई नहीं जा सकती। तब उसने मेरे बैंक खाता के संबंध में जानकारी ली। पूछा और मुझे तत्काल बिलासपुर जाने के लिए बोला।
बिलासपुर में जाकर मैंने उस व्यक्ति के वाट्सऐप नंबर पर कॉल कर अपने खाते का अपडेट बैलेंस 63,000 रुपए होना बता दिया। उस व्यक्ति ने मुझे अरेस्ट होने की धमकी दी। मुझे बैंक ऑफ बड़ौदा में रकम ट्रांसफर करने के लिए बोला। तब मैं 11 जुलाई को 9,49,734 ट्रांसफर कराया। बाद उन लोगों ने मुझे डराकर पूछताछ की। मैं डरकर अपने म्यूच्युअल फंड की जानकारी दी। उसने अरेस्ट करने की धमकी देते हुए दोनों म्युच्युअल फंड में निवेश किए गए पैसों को एक बैंक खाता में ट्रांसफर करने कहा।
CG Fraud News: फोन लगाने पर नहीं किया रिसीव
पैसा नहीं आने पर महिला ने लगातार उन दोनों नंबर एवं उस व्यक्ति से अपना पैसा मांगती रही, लेकिन दोनों नंबरों पर वाट्सऐप कॉल करने पर रिसीव नहीं किया। तब महिला को महसूस हुआ कि उसके साथ
धोखाधड़ी हुई है। पुलिस ने बीओबी खाता क्रमांक 40560200000524 एवं एचडीएफसी बैक खाता क्रमांक 50200092146312 का धारक पर मामला दर्ज किया। पुलिस ने मोबाइल धारक 9032535747 और 8787418135 पर मामला दर्ज कर लिया है।
ऐसे झांसा देकर कर ली ठगी
ठगों के कहने पर मैंने 17 जुलाई को दोनों म्युच्युअल फंड से 19,44,869 रुपए एवं 5, 28,605 रुपए अपने पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में ट्रांसफर कराकर संबंधित बैंक खाता में ट्रांसफर कर दिया। अज्ञात व्यक्ति ने मुझे कहा कि मेरे द्वारा ट्रांसफर किया गया 9,49,737, 19,44,869, 5,28,605 कुल 33,99,734 रुपए आरबीआई के माध्यम से वापस आ जाएगा और मेरी गिरफ्तारी भी नहीं होगी। उसके बाद मुझे वाट्सऐप पर एक पत्र भेजा। जिस पर लिखा हुआ था कि मुझे बरी कर दिया गया है।
जागरुकता का असर नहीं
साइबर सेल द्वारा लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया जाता है। उसके बाद भी लोग डिजिटल अरेस्ट हो रहे हैं और अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं। जागरुकता अभियान का असर नहीं हो रहा है। साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन, साइबर अपराधी पकड़ में नहीं आ रहे हैं।