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चावल लेने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है, जिससे उन्हें परेशानी होती है। उन्हें अपने दैनिक कार्यों को छोड़कर चावल लेने जाना पड़ता है। जिससे उनके समय और ऊर्जा की बर्बादी होती है। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह कांदाडोंगर में रहने वाले लोगों को उनके घर के पास ही चावल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की सुविधा प्रदान करे।
लेकिन, सरकार अपनी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रही है। जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान बताया कि वे सालों से लम्बा रास्ता तय कर चावल लेने जाने मजबूर हैं। इसके चलते उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शासन-प्रशासन कांदाडोंगर गांव में चावल वितरण की व्यवस्था करे और ग्रामीणों को उनके घर के पास ही चावल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की सुविधा प्रदान करे।
जिससे ग्रामीणों की परेशानी दूर हो जाएगी और उन्हें अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा। भंवरपुर क्षेत्र के जनपद सदस्य कृष्ण कुमार पटेल ने इस समस्या को देखते हुए बीते दिनों भंवरपुर में हुए समाधान शिविर में उक्त संबंध में आवेदन दिया है। इसमें कांदाडोंगर गांव के लिए नया राशन दुकान खोलने आवेदन दिया है।
कांदाडोंगर में रहने वाले लोगों को चावल लेने के लिए 8 से 9 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, जो कि एक बड़ी समस्या है। शासन-प्रशासन को चाहिए कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में चावल वितरण की व्यवस्था करे। ग्राम में उचित मूल्य की दुकान खोलने की मांग की।