भर्ती प्रक्रिया में वर्षों से जारी था गतिरोध
गौरतलब है कि
उत्तर प्रदेश में एलटी ग्रेड शिक्षकों की पिछली भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2018 में और प्रवक्ताओं की भर्ती का अंतिम विज्ञापन वर्ष 2020 में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद से नई भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे अभ्यर्थी सरकार और आयोग से लगातार इस विषय में स्पष्टता और शीघ्रता की मांग कर रहे थे। बीते सात वर्षों में यह मांग कई बार उठी, परंतु अधियाचन और विषयवार आरक्षण की तकनीकी पेचीदगियों के चलते प्रक्रिया टलती रही।
इससे पूर्व आयोग को 8,905 पदों का अधियाचन प्राप्त हुआ था, किंतु उसमें विषयवार आरक्षण स्पष्ट रूप से अंकित न होने के कारण आयोग ने अधियाचन वापस कर दिया था। इसके बाद निदेशालय द्वारा संशोधित अधियाचन तैयार कर दो दिन पूर्व ई-माध्यम से आयोग को प्रेषित किया गया है। संशोधित अधियाचन में विषयवार पदों की संख्या, आरक्षण श्रेणियों की स्थिति और अन्य प्रशासनिक विवरणों को पूरी तरह समाहित किया गया है।
भर्ती की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का संघर्ष
लंबे समय से भर्ती की बाट जोह रहे अभ्यर्थियों ने आंदोलन का भी सहारा लिया। प्रतियोगी छात्र मोर्चा, बेरोजगार युवाओं के संगठन, और विभिन्न शिक्षक संगठन बीते एक वर्ष में 20 से अधिक बार प्रदर्शन कर चुके हैं। राजधानी लखनऊ से लेकर जिलों तक अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौंपे, धरने दिए और सोशल मीडिया पर मुहिमें चलाईं। प्रतियोगी छात्र मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान ने बताया, “इस भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को सात वर्षों तक इंतजार करना पड़ा है। इस अवधि में कई योग्य उम्मीदवार ओवरएज हो चुके हैं, जिन्हें अब विशेष आयु छूट दी जानी चाहिए।” विक्की खान ने आगे कहा, “यह महज नौकरी नहीं, लाखों बेरोजगारों की जिंदगी की उम्मीद है। सरकार और आयोग को मिलकर अब बिना किसी विलंब के भर्ती प्रक्रिया को आरंभ करना चाहिए।”
इन विषयों में होंगी भर्तियाँ
इस बार जिन विषयों के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक और प्रवक्ता के पदों का अधियाचन भेजा गया है, उनमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, कंप्यूटर, जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी, कॉमर्स, अर्थशास्त्र, भूगोल, नागरिक शास्त्र सहित अन्य विषय शामिल हैं। इन विषयों में शिक्षकों की भारी कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी, जिससे विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति न केवल शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देगी, बल्कि इससे लाखों छात्रों को लाभ होगा, जिन्हें अब तक अतिथि शिक्षकों या आंशिक समय के शिक्षकों के भरोसे पढ़ाई करनी पड़ रही थी।
अब आयोग की बारी
निदेशालय द्वारा अधियाचन भेजे जाने के बाद अब सारी निगाहें उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पर टिक गई हैं। माना जा रहा है कि आयोग जल्दी ही भर्ती का विस्तृत विज्ञापन जारी करेगा, जिसमें पात्रता, परीक्षा योजना, पाठ्यक्रम, चयन प्रक्रिया और आवेदन तिथि संबंधी सभी जानकारियां दी जाएंगी। आयोग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “संशोधित अधियाचन प्राप्त हो चुका है। हम जल्द से जल्द इसकी प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे। आयोग की प्राथमिकता है कि प्रक्रिया पारदर्शिता और समयबद्ध तरीके से पूरी की जाए।”
भर्ती प्रक्रिया से जुड़े प्रमुख बिंदु
- कुल पदों की संख्या: 9017
- पदों की श्रेणी: एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक व प्रवक्ता
- विषयों की संख्या: 15 से अधिक
- आरक्षण व्यवस्था: विषयवार व श्रेणीवार स्पष्ट उल्लेख
- अधियाचन माध्यम: ई-माध्यम से आयोग को प्रेषण
- भर्ती की संभावना: आगामी 1–2 माह में विज्ञापन संभावित
विशेष मांग: आयु में छूट
वर्षों से भर्ती प्रक्रिया न होने के कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अब आयु सीमा पार कर चुके हैं। ऐसे में यह मांग उठ रही है कि सरकार उन्हें एक विशेष अवसर दे और आयु सीमा में छूट प्रदान करें, जैसा कि पूर्व में भी कुछ भर्तियों में किया जा चुका है। यदि यह छूट दी जाती है तो हजारों अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी, जो अन्यथा इस भर्ती से वंचित रह जाते।