बांग्लादेश स्थित पुश्तैनी घर हुई तोड़फोड़
मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि गुरुदेव रबींद्रनाथ ठाकुर के बांग्लादेश स्थित पुश्तैनी घर पर असामाजिक तत्वों द्वारा की गई तोड़फोड़ और लूट अत्यंत निंदनीय, शर्मनाक और दुखद है। उन्होंने कहा कि यह घटना केवल एक सांस्कृतिक प्रतीक पर हमला नहीं है, बल्कि यह मानवता, सहिष्णुता और विरासत के मूल्यों को कुचलने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह हमला बांग्लादेश में बढ़ती सांस्कृतिक असहिष्णुता का प्रतीक बन चुका है। सीएम योगी ने आगे लिखा कि यह कार्रवाई हिंदू संस्कृति और भारतीय मूल्यों के प्रति एक गहरी नफरत को दर्शाती है और यह संकेत देता है कि बांग्लादेश में सांस्कृतिक प्रतीकों को निशाना बनाकर उन्हें मिटाने की एक सुनियोजित साजिश चल रही है। उन्होंने मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएं और ऐसी घटनाओं को दोहराने से रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार प्रभावी कार्रवाई करे।
गौरतलब है कि टैगोर का यह घर ‘कछारीबाड़ी’ के नाम से जाना जाता है, जिसे संग्रहालय के रूप में विकसित किया गया है। बांग्लादेश सरकार ने इसे सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी है। लेकिन हाल के वर्षों में कट्टरपंथी गतिविधियों में वृद्धि के चलते इस पर खतरा मंडरा रहा था।
इस मामले पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमले के पीछे कट्टर इस्लामी संगठनों जैसे जमात-ए-इस्लामी और हिफाजत-ए-इस्लाम का हाथ है। साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह राजनीतिक कारणों से इस मुद्दे पर चुप हैं और घुसपैठियों को वोट बैंक के रूप में देखती हैं। पात्रा ने कहा, “हम सांस्कृतिक चेतना से प्रेरित हैं, जबकि वे वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं।”