घटना के बाद कई फ्लाइटों को डायवर्ट कर दिया गया, जबकि कुछ को देर से रवाना किया गया। इस अव्यवस्था के चलते सैकड़ों हवाई यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। खासतौर पर वे यात्री जो कनेक्टिंग फ्लाइटों के ज़रिए सफर कर रहे थे, उन्हें अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाने की वजह से भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
टेकऑफ के दौरान हादसा, विमान हुआ क्षतिग्रस्त
मंगलवार की शाम एयर इंडिया की लंदन जाने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ान ने जैसे ही टेक ऑफ करना शुरू किया, विमान के पिछले हिस्से में तकनीकी खराबी आ गई। पायलट ने तुरंत सतर्कता दिखाई और टेक ऑफ की प्रक्रिया रोक दी। इस दौरान विमान रनवे पर ही रुक गया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। हालांकि विमान को आंशिक रूप से क्षति पहुंची और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सूत्रों के अनुसार विमान में करीब 270 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और किसी प्रकार की जनहानि की कोई खबर नहीं है। एयरपोर्ट प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए रनवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया और जांच-पड़ताल शुरू की। अहमदाबाद एयरपोर्ट बंद, उड़ानों पर व्यापक असर
इस हादसे के बाद गुजरात स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को कुछ घंटों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया। इससे न केवल अहमदाबाद से लंदन जाने वाली फ्लाइट प्रभावित हुई, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से अहमदाबाद आने-जाने वाली उड़ानों पर भी असर पड़ा।
खासतौर पर लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अहमदाबाद की ओर जाने वाली उड़ानों को लेट या रद्द कर दिया गया। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि उड़ानों की देरी के कारण यात्रियों को सूचित किया गया, लेकिन पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार यात्रा न कर पाने की वजह से यात्रियों को भारी असुविधा हुई।
इंडिगो की उड़ानें भी लेट, यात्रियों ने कराया टिकट रद्द
अहमदाबाद से लखनऊ आने-जाने वाली इंडिगो एयरलाइंस की कई फ्लाइटें प्रभावित हुईं। शाम 19:20 बजे अहमदाबाद से लखनऊ आने वाली इंडिगो की फ्लाइट (6ई-935) अपने निर्धारित समय से 2 घंटे 10 मिनट की देरी से पहुंची। वहीं, एयरपोर्ट प्रवक्ता ने बताया कि हादसे से पहले एक अन्य सुबह की उड़ान सुरक्षित रूप से रवाना हो चुकी थी। इसी तरह इंडिगो की फ्लाइट (6ई-7439), जो अमौसी से शाम 07:40 बजे रवाना होती है और इंदौर होते हुए अहमदाबाद रात 11:15 बजे पहुंचती है, उसकी भी समय-सारणी में बदलाव किया गया। इसके अलावा, फ्लाइट (6ई-2437) जो शाम 06:55 बजे लखनऊ से दिल्ली होते हुए अहमदाबाद जाती है, उसके भी कार्यक्रम में देरी हुई। इस देरी और अनिश्चितता के कारण कई यात्रियों ने अपनी टिकटें रद्द कर दीं। खासतौर से वे लोग जो व्यवसायिक कार्यों या चिकित्सा कारणों से यात्रा कर रहे थे, वे बेहद परेशान दिखे। यात्रियों ने एयरलाइन कंपनियों पर सूचना की पारदर्शिता को लेकर भी सवाल उठाए। कनेक्टिंग फ्लाइटों के यात्रियों की बढ़ी मुसीबत
कनेक्टिंग फ्लाइटों से सफर करने वाले यात्रियों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिन यात्रियों को अहमदाबाद से अन्य अंतरराष्ट्रीय या घरेलू गंतव्यों के लिए उड़ानें पकड़नी थीं, वे समय पर न पहुंच पाने की वजह से अपनी अगली फ्लाइट मिस कर बैठे। एक यात्री, जो अहमदाबाद से मुंबई होते हुए दुबई जाने वाला था, ने बताया कि उसने पूरी यात्रा के लिए कनेक्टिंग टिकट बुक किए थे। अहमदाबाद एयरपोर्ट के बंद हो जाने के कारण न केवल वह अहमदाबाद नहीं पहुंच सका, बल्कि दुबई की फ्लाइट भी छूट गई। इस कारण उसे भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
एयरपोर्ट प्रशासन और डीजीसीए सतर्क, जांच जारी
एयर इंडिया के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। विमान के ब्लैक बॉक्स को निकाल कर तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हादसा किसी यांत्रिक खराबी के कारण हुआ है। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि उड़ानों की सामान्य व्यवस्था जल्द ही बहाल कर दी जाएगी।
यात्रियों की मांग – हो बेहतर इमरजेंसी प्रबंधन
इस हादसे ने देश के हवाई अड्डों पर आपातकालीन प्रबंधन की तैयारियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों का कहना है कि यदि एयरलाइन और एयरपोर्ट प्रशासन पहले से सतर्क होते, तो उन्हें इतनी परेशानी न उठानी पड़ती। कुछ यात्रियों ने यह भी शिकायत की कि उन्हें उड़ान की स्थिति के बारे में स्पष्ट सूचना नहीं दी गई। कई घंटों तक वे टर्मिनल पर इंतजार करते रहे और बाद में पता चला कि उड़ान रद्द कर दी गई है। इस तरह की घटनाएं यात्रियों के समय और पैसे दोनों की बर्बादी करती हैं।