लॉटरी के जरिए होगा आवंटन
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि भूखण्डों का आवंटन पारदर्शी तरीके से लॉटरी प्रणाली द्वारा किया जाएगा। सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि पंजीकरण की प्रारंभिक तिथि 11 जुलाई 2025 से 10 अगस्त 2025 रखी गई थी। अभ्यर्थियों की बढ़ती रुचि को देखते हुए अंतिम तिथि को बढ़ाकर 17 अगस्त 2025 किया गया। रविवार रात पोर्टल बंद होने तक पंजीकरण की संख्या 8,568 तक पहुंच गई।
785 एकड़ में डेढ़ लाख लोगों के लिए आवास
एलडीए अधिकारियों के अनुसार अनंत नगर योजना कुल 785 एकड़ भूमि में विकसित की जा रही है। यह लखनऊ की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है, जिसमें लगभग डेढ़ लाख लोगों को आवास उपलब्ध होगा। अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के अनुसार योजना के अंतर्गत – - 2,100 आवासीय भूखण्ड तैयार किए जाएंगे।
- 120 व्यावसायिक भूखण्ड भी सृजित होंगे।
- 60 विशेष भूखण्डों पर 10,000 से अधिक बहुमंजिला फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा।
- ईडब्ल्यूएस और एलआईजी श्रेणी के लिए 5,000 भवन तैयार किए जाएंगे, जिससे 25,000 से अधिक लोगों को आवास सुविधा मिलेगी।
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी मकानों का निर्माण होगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी टाउनशिप
अनंत नगर योजना को आधुनिक शहरी मानकों के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि चौड़ी सड़कों के साथ पूरी टाउनशिप में विद्युत आपूर्ति के लिए भूमिगत केबलिंग की जाएगी।लगभग 130 एकड़ क्षेत्रफल में पार्क और ग्रीन स्पेस विकसित किए जाएंगे। योजना में एक एड-टेक सिटी (EdTech City) भी बनेगी, जिसमें 10,000 से अधिक छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और फैकल्टी के लिए हॉस्टल व आवासीय भवन तैयार होंगे। जल निकासी की समुचित व्यवस्था, सीवरेज लाइन, स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक परिवहन सुविधा और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी नेटवर्क भी लगाया जाएगा।
पंजीकरण में उमड़ी भीड़
इस योजना के तहत केवल 332 भूखण्ड उपलब्ध होने के बावजूद 8,568 आवेदनों का आना यह दर्शाता है कि लखनऊ में लोगों की आवासीय जरूरतें कितनी बढ़ी हुई हैं। यह भी संकेत है कि लोगों का एलडीए की योजनाओं पर भरोसा बढ़ा है। पिछले कुछ वर्षों में लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा चलाई गई कई आवासीय योजनाओं को अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई थी, लेकिन अनंत नगर योजना ने रिकॉर्ड पंजीकरण कराकर एलडीए को राहत दी है।
क्यों आकर्षित कर रही है यह योजना
शहरी विकास विशेषज्ञों का कहना है कि अनंत नगर योजना की सबसे बड़ी खासियत इसका विशाल क्षेत्रफल, बेहतर लोकेशन और अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। यह योजना मोहन रोड जैसे प्रमुख मार्ग पर स्थित है, जिससे शहर के अन्य हिस्सों तक आवागमन आसान होगा। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना का समावेश निम्न व मध्यम आय वर्ग के खरीदारों को भी आकर्षित कर रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार भूखण्डों की संख्या सीमित होने के कारण प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और लॉटरी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए ताकि कोई विवाद न हो।
LDA अधिकारियों का बयान
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा, “लोगों का भरोसा हमारी योजना पर है, इसलिए इतनी बड़ी संख्या में पंजीकरण हुआ है। लॉटरी प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। सभी आवंटन की जानकारी सार्वजनिक पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी।” अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया, “यह टाउनशिप न सिर्फ आवासीय जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि व्यावसायिक गतिविधियों और शैक्षणिक विकास का भी केंद्र बनेगी। एडटेक सिटी का निर्माण लखनऊ को शिक्षा के क्षेत्र में नई पहचान देगा।”
आगे की प्रक्रिया
अब पंजीकरण के बाद सभी आवेदकों की पात्रता की जांच की जाएगी और फिर लॉटरी की तारीख घोषित की जाएगी। भूखण्डों के आवंटन के बाद आवंटी को निर्धारित समयसीमा में भुगतान और निर्माण संबंधी दिशा-निर्देश पूरे करने होंगे। एलडीए ने संकेत दिया है कि निर्माण कार्य 2026 से शुरू हो सकता है और 2030 तक टाउनशिप का मुख्य ढांचा तैयार करने का लक्ष्य है।