रविवार को दो प्रमुख स्थानों पर गोमती नगर स्थित पारिजात अपार्टमेंट और जानकीपुरम विस्तार के सृष्टि अपार्टमेंट में यह विशेष कैम्प आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आवंटियों ने हिस्सा लिया। इन दोनों स्थलों से कुल ₹43.23 लाख का अनुरक्षण शुल्क प्राप्त हुआ, जो कि एलडीए के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
आवंटियों की मांग पर हुई पहल
एलडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि कई आवंटियों द्वारा यह सुझाव दिया गया था कि अनुरक्षण शुल्क जमा करने की सुविधा सीधे उनके अपार्टमेंट्स में उपलब्ध कराई जाए। जनहित को सर्वोपरि मानते हुए एलडीए के उपाध्यक्ष महोदय ने इस सुझाव को स्वीकृति दी और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक अपार्टमेंट में कैम्प लगाएं, जिससे शुल्क वसूली में पारदर्शिता और सुविधा दोनों सुनिश्चित की जा सके। कहां-कहां लगे कैम्प
- 2 जून को निम्नलिखित स्थानों पर सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कैम्प आयोजित किए गए:
- पारिजात अपार्टमेंट, गोमती नगर:
- शुल्क वसूली: ₹12,73,704
- सृष्टि अपार्टमेंट, जानकीपुरम विस्तार:
- शुल्क वसूली: ₹30,49,752
इन कैंपों में एलडीए के अभियंत्रण विभाग, लेखा एवं वित्त शाखा के अधिकारी और कर्मचारी पूरे समय उपस्थित रहे। दिन भर आवंटियों ने अपने दस्तावेजों के साथ शुल्क भुगतान किया और कैम्प व्यवस्था की सराहना की।
क्यों ज़रूरी है अनुरक्षण शुल्क
अनुरक्षण शुल्क का उपयोग अपार्टमेंट परिसर की मूलभूत सेवाओं जैसे पानी की आपूर्ति, सड़क मरम्मत, सफाई व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट, लिफ्ट मेंटेनेंस, और अन्य बुनियादी सुविधाओं के रख-रखाव में किया जाता है। समय पर शुल्क वसूली से एलडीए इन सुविधाओं को सुचारू रूप से बनाए रख सकता है। हर शनिवार और रविवार जारी रहेगा कैम्प
एलडीए ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान सिर्फ एक दिन के लिए नहीं है। आगामी शनिवार और रविवार को भी यह कैम्प अन्य अपार्टमेंट्स में आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए एक विस्तृत टाइमटेबल तैयार किया जा रहा है, जिसे एलडीए की वेबसाइट और अपार्टमेंट नोटिस बोर्ड्स पर जारी किया जाएगा।
- विशेष बातें इस कैंप की: स्थल पर भुगतान सुविधा: आवंटियों को अब एलडीए मुख्यालय आने की जरूरत नहीं।
- समय की बचत: 11 से 5 बजे तक कोई भी आकर शुल्क जमा कर सकता है।
- सीधा संवाद: आवंटियों को प्राधिकरण अधिकारियों से अपनी समस्याएं भी बताने का मौका मिला।
- ई-रसीद व्यवस्था: भुगतान के तुरंत बाद आवंटी को डिजिटल रसीद दी जा रही है।
एलडीए की रणनीति सफल
- एलडीए द्वारा किए गए इस प्रयास से दो बड़े फायदे हुए हैं –
- एक, शुल्क संग्रहण में तीव्रता आई है और
- दूसरा, जन संतुष्टि में वृद्धि हुई है।
अधिकतर आवंटियों ने कहा कि पहले उन्हें शुल्क जमा करने के लिए ऑफिस में लंबी लाइन में लगना पड़ता था। अब यह सुविधा उनके दरवाजे पर है, जिससे समय, श्रम और परेशानी तीनों की बचत हो रही है।
आवंटियों की प्रतिक्रियाएं
- मीनाक्षी वर्मा, पारिजात अपार्टमेंट की निवासी ने कहा कि “यह बहुत अच्छा निर्णय है। हमें कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ी, और हमने आसानी से शुल्क जमा कर दिया।”
- सतीश मिश्रा, सृष्टि अपार्टमेंट निवासी बोले,”एलडीए को इस तरह की पहल पहले ही शुरू कर देनी चाहिए थी। यह सुविधा बहुत उपयोगी है।”
आगे की योजना
एलडीए की योजना है कि इस मॉडल को एक स्थायी प्रणाली के रूप में अपनाया जाए। भविष्य में एक मोबाइल वैन भी शुरू करने की योजना है, जो विभिन्न अपार्टमेंट्स में जाकर ऑन-साइट भुगतान सुविधा देगी। इसके अलावा, एलडीए मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर QR कोड आधारित ऑनलाइन भुगतान प्रणाली को और अधिक सशक्त बनाएगा।