परियोजना का स्वरूप
ग्रीन वैली का विकास हैदर नहर के दोनों किनारों पर किया जा रहा है। लगभग एक किलोमीटर के दायरे में यह क्षेत्र न केवल हरियाली से लबालब होगा, बल्कि नागरिकों के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं भी प्रदान करेगा। प्रमुख विशेषताएँ
- दोनों ओर पाथवे- सुबह-शाम टहलने और जॉगिंग के लिए सुगम मार्ग।
- देशी पेड़-पौधे और हरियाली- प्रदूषण घटाने और प्राकृतिक छाया प्रदान करने हेतु स्थानीय प्रजातियों का रोपण।
- कैफेटेरिया व एंटरटेनमेंट जोन- परिवारों व युवाओं के लिए हल्के-फुल्के मनोरंजन की सुविधा।
- गार्ड रूम और सुरक्षा व्यवस्था- आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चौबीस घंटे निगरानी।
- टॉयलेट ब्लॉक – स्वच्छता और सार्वजनिक सुविधा को ध्यान में रखकर आधुनिक शौचालय।
- सिटिंग एरिया- विश्राम और सामाजिक मेलजोल के लिए आरामदायक बेंच और संरचनाएँ।
LDA के अधिकारियों का कहना है कि यह ग्रीन वैली शहर के व्यस्त क्षेत्र में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण देगी।
बंधा रोड बनेगी वैकल्पिक मार्ग
ग्रीन वैली के साथ ही, 1090 चौराहा से डीजीपी आवास तक 920 मीटर लंबी बंधा रोड का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार यह सड़क सिर्फ 10 दिनों में पूरी कर ली जाएगी। इस रोड के बनने से लोहिया पथ और 1090 चौराहे के आसपास यातायात का दबाव कम होगा। commuters को वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा, जिससे ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। क्यों खास है यह ग्रीन वैली
लखनऊ जैसे तेजी से विकसित होते शहर में खुले और हरियाले स्थान लगातार कम होते जा रहे हैं। ऐसे में, यह परियोजना शहरी जीवन में प्राकृतिक संतुलन बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
- मनोरंजन और स्वास्थ्य एक साथ – टहलने, दौड़ने और योग जैसी गतिविधियों के लिए आदर्श स्थान।
- पर्यावरणीय लाभ-देशी पौधों के रोपण से कार्बन उत्सर्जन कम होगा और स्थानीय जैव-विविधता को बढ़ावा मिलेगा।
- परिवारों के लिए आकर्षण- कैफेटेरिया और एंटरटेनमेंट ज़ोन इसे सिर्फ ग्रीन बेल्ट नहीं, बल्कि एक “फैमिली स्पॉट” बनाएंगे।
- पर्यटन की संभावना –लखनऊ आने वाले पर्यटक भी इसे शहर के बीच स्थित एक खूबसूरत वॉकवे और पिकनिक स्थल के रूप में पसंद करेंगे।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना के पीछे उद्देश्य शहर में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक के बीच लोगों को आराम और सुकून का स्थान उपलब्ध कराना है। प्राधिकरण के इंजीनियरों के अनुसार निर्माण कार्य तय समय सीमा में पूरा करने के लिए सभी संसाधन झोंक दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पाथवे का डिज़ाइन आधुनिक मानकों के अनुरूप है, जिसमें स्लिप-रोधी सतह होगी। नहर किनारे सुरक्षा ग्रिल लगाई जाएगी ताकि किसी भी तरह का खतरा न रहे।रात में प्रकाश व्यवस्था के लिए सोलर लाइट्स का प्रयोग होगा, जिससे ऊर्जा की बचत भी होगी।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
आसपास के निवासियों और आने-जाने वाले लोगों में इस परियोजना को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। आसपास के कारोबारी मानते हैं कि इससे इलाके का सौंदर्य बढ़ेगा और यहाँ फुटफॉल में वृद्धि होगी। रिहायशी क्षेत्रों के लोग खुश हैं कि उन्हें अब सुबह-शाम टहलने और बच्चों के खेलने के लिए सुरक्षित जगह मिलेगी। युवाओं को उम्मीद है कि यह जगह शहर के बीच एक आधुनिक हैंगआउट स्पॉट साबित होगी।
अन्य चल रही परियोजनाएं
LDA और नगर निगम लखनऊ मिलकर शहर में कई और हरित कॉरिडोर विकसित कर रहे हैं। गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर छोटे-छोटे ग्रीन ज़ोन, वॉकवे और मिनी पार्क तैयार किए जा रहे हैं। इससे राजधानी को “ग्रीन एंड क्लीन सिटी” बनाने का लक्ष्य है। लखनऊ के 1090 चौराहे के पास विकसित हो रही यह ग्रीन वैली और बंधा रोड न केवल इलाके के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी, बल्कि नागरिकों को प्रदूषण और भागदौड़ के बीच सुकून का ठिकाना भी देगी। 20 करोड़ की लागत से तैयार यह परियोजना आने वाले समय में राजधानी के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हो सकती है। जल्द ही यह इलाका शहर के बीचों-बीच हरा-भरा, सुरक्षित और आरामदायक मनोरंजन स्थल बनकर उभरेगा, जो आधुनिक लखनऊ की बदलती तस्वीर का प्रतीक होगा।