खुफिया इनपुट पर DRI की बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, डीआरआई अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि बैंकाक से एक फ्लाइट के जरिए भारी मात्रा में मादक पदार्थ भारत लाया जा सकता है। इस इनपुट के आधार पर एयरपोर्ट पर विशेष निगरानी रखी गई। मंगलवार को बैंकाक से एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (IX-104)
लखनऊ पहुंची, तो संदेह के आधार पर दो यात्रियों को रोका गया। पूछताछ में दोनों यात्रियों ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया, जिसके बाद उनके सामान की गहन जांच शुरू की गई।
चेक-इन बैगेज से मिले वैक्यूम पैक ड्रग पैकेट्स
जांच के दौरान दोनों यात्रियों के चेक-इन बैगेज में एल्युमिनियम फॉयल में लिपटे हुए वैक्यूम सीलबंद पैकेट मिले। जब इन पैकेटों को खोला गया, तो उनमें हरे रंग का गांठदार पदार्थ पाया गया। प्रारंभिक जांच में अधिकारियों को संदेह हुआ कि यह कोई उच्च गुणवत्ता वाली भांग हो सकती है। इसके बाद जब पदार्थ की जांच कराई गई तो यह पुष्टि हुई कि यह हाइड्रोपोनिक भांग है।
क्या होती है हाइड्रोपोनिक भांग
हाइड्रोपोनिक भांग को सामान्य भांग से काफी अधिक शक्तिशाली माना जाता है। यह एक विशेष विधि से नियंत्रित इनडोर वातावरण में उगाई जाती है, जिसमें मिट्टी की बजाय पोषक तत्वों से युक्त जल घोल का प्रयोग होता है। इस पद्धति से उगाई गई भांग में THC (टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल) की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह ज्यादा नशीली और प्रभावशाली होती है। इसकी अंतरराष्ट्रीय तस्करी और अवैध बाजार में काफी मांग है। 15.46 किलो ड्रग, 15.46 करोड़ रुपये कीमत
DRI की टीम ने जब्त किए गए सभी पैकेटों का वजन किया तो कुल मात्रा 15.46 किलोग्राम पाई गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 15.46 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह बरामदगी न केवल एयरपोर्ट सुरक्षा व्यवस्था की सजगता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मादक पदार्थों की तस्करी किस हद तक बढ़ रही है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई
दोनों यात्रियों के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था और सख्ती की आवश्यकता
यह मामला एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता का प्रमाण जरूर है, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठाता है कि ड्रग तस्करी की इतनी बड़ी खेप आखिर कैसे एयरपोर्ट तक पहुंच पाई। अधिकारियों का मानना है कि तस्कर अब नए-नए रास्ते और तरीके अपनाकर ड्रग्स की तस्करी को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं, जिनसे निपटने के लिए और ज्यादा तकनीकी व खुफिया सतर्कता की जरूरत है।
अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े होने की आशंका
सूत्रों का मानना है कि पकड़े गए दोनों यात्री किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। फिलहाल इस एंगल से भी जांच शुरू कर दी गई है। डीआरआई और अन्य जांच एजेंसियां दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं ताकि इनके पीछे की संपूर्ण चेन का पता लगाया जा सके।