स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिगेड और आपदा प्रबंधन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां और कई एम्बुलेंस के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। घायलों को तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं।
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे अवैध पटाखा फैक्ट्री में बारूद के विस्फोट का मामला बताया है। हालांकि, कुछ सूत्रों ने सिलेंडर फटने की भी आशंका जताई है। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई है, जिसे नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
धमाका इतना तेज था कि कई किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियां लंबे समय से चल रही थीं, लेकिन प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है।
पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की बड़ी दुर्घटनाएं
- 17 सितंबर 2024 को फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में पांच लोगों की मौत हुई।
- 26 अप्रैल 2025 को सहारनपुर के देवबंद में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में तीन लोगों की मौत हुई।
- 1 अप्रैल 2025 को गुजरात के बनासकांठा में एक अवैध पटाखा गोदाम में विस्फोट में 21 लोग मारे गए।