भुजंगासन (Cobra Pose)
पेट के बल लेट जाएं और हथेलियों को कंधों के पास ज़मीन पर रखें।
सांस लेते हुए सिर, छाती और पेट का ऊपरी हिस्सा धीरे-धीरे ऊपर उठाएं।
सिर को हल्का पीछे झुकाएं और गर्दन को आराम दें।
20–30 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें, फिर धीरे-धीरे वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
इस प्रक्रिया को 3–4 बार दोहराएं।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)
यह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और गर्दन के आसपास की अकड़न को दूर करता है।साथ ही यह शरीर में लचीलापन बढ़ाता है। कैसे करेंदोनों पैरों को आगे फैलाकर बैठ जाएं।
दाहिने पैर को मोड़कर बाएं पैर के ऊपर से ले जाएं और उसे बाएं घुटने के पास रखें।
बाएं हाथ को दाहिने घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर जमीन पर टिकाएं।
धीरे-धीरे सांस लेते हुए कमर और गर्दन को दाईं ओर मोड़ें।
20 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें, फिर वापस सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
इसी तरह दूसरी ओर भी यह आसन करें।
मार्जरीआसन (Cat-Cow Pose)
मार्जरीआसन गर्दन, कंधों और रीढ़ की हड्डी की अकड़न को दूर करने के लिए बहुत प्रभावी है।इससे शरीर में लचीलापन आता है और मांसपेशियों की जकड़न से राहत मिलती है।दोनों हाथों और घुटनों के सहारे टेबलटॉप स्थिति में आ जाएं।
सांस छोड़ते हुए पीठ को ऊपर की ओर गोल करें और सिर नीचे झुकाएं (बिल्ली मुद्रा)।
सांस लेते हुए पेट को नीचे की ओर ढीला करें, सिर ऊपर उठाएं और आगे देखें ।
यह प्रक्रिया 10–15 बार दोहराएं।
वज्रासन में गर्दन घुमाना (Neck Rotation in Vajrasana)
गर्दन घुमाने की यह क्रिया बेहद आसान और प्रभावी योगाभ्यास है।इससे मांसपेशियों की जकड़न कम होती है और ब्लड फ्लो बेहतर होता है। कैसे करेंवज्रासन में बैठ जाएं और शरीर को सीधा रखें।
धीरे-धीरे गर्दन को पहले दाईं ओर, फिर पीछे, फिर बाईं ओर और अंत में आगे की ओर घुमाएं।
इस प्रक्रिया को 4–5 बार दोनों दिशाओं में दोहराएं।