मखाना क्या है और कहां से आता है? (What is makhana)
मखाना जिसे अंग्रेजी में Foxnut या Euryale Ferox कहा जाता है, दरअसल एक जल पौधे का बीज होता है जो भारत और चीन के ठहरे हुए पानी में उगता है। भारत में खासकर बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है। इतना ही नहीं, दुनिया का करीब 90% मखाना यहीं से आता है, और इस वजह से “मिथिलांचल मखाना” को GI टैग भी मिला हुआ है।मखाना क्यों कहलाता है सुपरफूड? (Benefits of eating makhana)
- प्रोटीन से भरपूर – मांसपेशियों की मरम्मत और ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी
- मैग्नीशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम से भरपूर – हड्डियों, दांतों और दिल की सेहत के लिए लाभकारी
- फाइबर का अच्छा स्रोत – पाचन में मददगार
- लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स – डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित
- कम कैलोरी और कम फैट – वजन घटाने वालों के लिए बेस्ट
- एंटी-ऑक्सीडेंट्स – झुर्रियों को रोकें और त्वचा में चमक लाएं
क्या डायरेक्ट मखाना खाना सही है (Is it okay to eat makhana directly)
मखाना हेल्दी है, लेकिन अगर इसे सही तरीके से नहीं खाया जाए, तो फायदे की बजाय नुकसान भी हो सकता है। चूंकि मखाना प्राकृतिक रूप से जल में उगता है और लंबे समय तक खुले में रखा जाता है, उसमें सूक्ष्म कीड़े या फफूंदी पनप सकती है। कभी-कभी तो मखाने के अंदर छोटे कीड़े छुपे होते हैं जो बाहर से नजर नहीं आते।मखाना खाने का सही तरीका क्या है? (Right way to eat makhana)
अच्छी तरह छांट लेंखाने से पहले मखाने को एक बार चाकू से हल्का काटकर देख लें ध्यान रखे की अंदर से काला या बदबूदार ना हो।
अगर आपने थोक में मखाना खरीदा है, तो उसे 2-3 दिन धूप में सुखाएं। इससे नमी और कीड़े मर जाते हैं। रोस्ट करके खाएं
मखाना बिना भुने नहीं खाना चाहिए। धीमी आंच पर घी या बिना तेल के रोस्ट करने से उसमें छिपे सूक्ष्म कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
एक बार पैक खोलने के बाद उसे हमेशा एयरटाइट डिब्बे में रखें, ताकि उसमें नमी न आए और कीड़े न पड़े।
किन्हें नहीं खाना चाहिए ज्यादा मखाना?
-जिन्हें कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें अधिक मात्रा में मखाना नहीं खाना चाहिए।-गर्भवती महिलाएं भी मखाना खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
-शरीर में आयरन की कमी वाले लोगों को मखाना सीमित मात्रा में खाना चाहिए क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा कम होती है।