Chai Patti For Face Benefits: चाय पत्तियों से करें स्किन की डीप क्लीनिंग, पाएं सूजन और रैशेज से राहत
Chai Patti For Face Benefits: अगर आपकी स्किन पर जलन या रैशेज हैं तो चाय पत्तियों का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन को ठंडक पहुंचाकर जलन और रैशेज से राहत दिलाते हैं।
Chai Patti For Face Benefits For Skin: गर्मियों में धूल, पसीना और प्रदूषण मिलकर हमारी स्किन को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। अक्सर चेहरे पर रैशेज, जलन या सूजन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में महंगे केमिकल प्रोडक्ट्स की बजाय अगर आप घर पर मौजूद नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करें, तो आपकी स्किन न सिर्फ हेल्दी रहेगी बल्कि ग्लो भी करेगी। चाय पत्तियां (Tea Leaves) स्किन केयर के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण आपकी स्किन को डीप क्लीन करते हैं और सूजन, रैशेज जैसी परेशानियों से राहत दिला सकता हैं।(Tea leaves for Skin Care)
चाय पत्तियों में मौजूद टैनिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन की गहराई से सफाई करते हैं। ये त्वचा में जमी गंदगी, तेल और डेड स्किन सेल्स को हटाकर पोर्स को क्लीन करते हैं, जिससे स्किन फ्रेश और स्मूद दिखती है। इसके अलावा, चाय पत्तियों का ठंडा असर स्किन पर सूजन और जलन को कम करता है। यही कारण है कि आजकल कई फेस मास्क और स्क्रब्स में ग्रीन टी या ब्लैक टी का इस्तेमाल बढ़ गया है।
एंटी-बैक्टीरियल गुणों से मुंहासों में कमी त्वचा पर नेचुरल ग्लो ऑयल कंट्रोल में मदद चाय पत्तियों से बनाएं डीप क्लीनिंग फेस पैक
घर पर ऐसे बनाएं फेस पैक
सामग्री: 1 बड़ा चम्मच इस्तेमाल की हुई चाय पत्तियां (Green Tea या Black Tea)
2 चम्मच एलोवेरा जेल 1 चम्मच शहद
विधि
सबसे पहले इस्तेमाल की हुई चाय पत्तियों को अच्छे से धो लें। अब इसमें एलोवेरा जेल और शहद मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। हल्के हाथों से 5 मिनट मसाज करें और फिर 15 मिनट बाद ताजे पानी से चेहरा धो लें। हफ्ते में 2 बार इसका इस्तेमाल करने से स्किन डीप क्लीन होगी और सूजन, रैशेज की समस्या कम होगी।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।