Jumped Deposit Scam: आज के डिजिटल दौर में UPI पेमेंट ने जिंदगी को आसान बना दिया है। लेकिन जैसे-जैसे सहूलियत बढ़ी है, वैसे-वैसे साइबर ठगी के तरीके भी चालाक हो गए हैं। साइबर ठग फ्रॉड के नए-नए पैतरे का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं में से एक नया फ्रॉड Jumped Deposit Scam है। इस ठगी में आपके विश्वास और जल्दीबाजी का फायदा उठाकर आपकी जेब खाली कर दी जाती है। आइए जानते हैं ये स्कैम कैसे काम करता है लोग इसमें कैसे फंसते हैं और इससे बचने के आसान तरीके क्या हैं।
इस फ्रॉड में ठग पहले आपके बैंक अकाउंट में छोटा अमाउंट (200-300 रुपये या उससे ज्यादा भी हो सकता है) ट्रांसफर करते हैं। फिर वो आपसे कॉल या मैसेज के जरिए संपर्क करते हैं और दावा करते हैं कि पैसे गलती से चले गए हैं। वे आपसे गुजारिश करते हैं कि आप उन्हें वो पैसे वापस कर दें।
अगर आपको साइबर ठगों द्वारा भेजे गए पैसों को चेक ही करना है या फिर निकालना है तो एटीएम मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे ही आप Google Pay या PhonePe ऐप खोलते हैं वे आपको एक ‘Collect Request’ भेजते हैं जिसमें बड़ी रकम (2000 या 3000 रुपये या और भी ज्यादा) मांगी जाती है। अगर आप सोच-समझे बिना उस रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर UPI PIN डाल देते हैं तो पैसा आपके खाते से उनके पास चला जाता है।
लोग क्यों फंस जाते हैं ऐसे स्कैम में?
भरोसे का भ्रम – जब कोई आपके खाते में पहले पैसे भेजता है तो लगता है कि व्यक्ति भरोसेमंद है। यही साइकोलॉजिकल ट्रिक ठग अपनाते हैं।
इमोशनल चालें – मां की तबीयत खराब है, गलती से भेज दिया, तुरंत चाहिए ऐसी बातें घबराहट पैदा करती हैं। लोग हड़बड़ाहट में बिना सोचे PIN डाल देते हैं। तकनीकी जानकारी की कमी – बहुत लोगों को अब भी लगता है कि PIN डालने से सिर्फ बैलेंस चेक होता है जबकि हकीकत ये है कि PIN का मतलब पैसा भेजना होता है।
क्या करें?
क्या न करें?
किसी अनजान ट्रांजैक्शन को लेकर घबराएं नहीं, पहले बैंक से पुष्टि करें।
तुरंत ऐप खोलकर PIN न डालें।
हर ‘Collect Request’ को ध्यान से पढ़ें, सोच-समझकर ही कोई कार्रवाई करें।
इमोशनल कहानियों में फंसकर जल्दबाजी में ट्रांजैक्शन न करें।
ऐप में मौजूद ‘Report Fraud’ या ‘Help’ सेक्शन का उपयोग करें।
किसी लिंक या QR कोड से पैसे न भेजें।
UPI PIN सिर्फ पैसे भेजने के लिए होता है, बैलेंस चेक या पैसा पाने के लिए नहीं।
अपना UPI PIN कभी भी किसी के साथ साझा न करें।
NPCI और बैंकों की जरूरी सलाह
UPI PIN के बिना कोई लेन-देन नहीं हो सकता।
कोई तीसरा व्यक्ति आपके खाते से पैसे नहीं निकाल सकता जब तक आप PIN न डालें। हमेशा याद रखें: पैसा प्राप्त करने के लिए PIN नहीं डालना पड़ता है। आप चाहें तो Cyber Helpline Number -1930 का जिक्र कर सकते हैं ताकि इन ठगों पर एक्शन लिया जा सके। फ्रॉड की जानकारी cybercrime.gov.in पर जाकर भी दे सकते हैं।
नोट – रही बात पैसा कमाने की तो कोई शॉर्टकट के चक्कर में न पड़ें, अपनी मेहनत पर भरोसा रखें किसी के झांसे में न आएं।अगर कभी आपके साथ इस तरह से साइबर ठग फ्रॉड करने की कोशिश करें तो, तुरंत कोई भी डिसीजन न लें। पहले मामले को जानें, फिर उस पर निर्णय लें। साथ ही साइबर ठगों द्वारा भेजे गए पैसों को भी रिफंड न करें।