सिलसिलेवार समझिए पूरा मामला
दरअसल छह जून को कुशीनगर जिले के पडरौना क्षेत्र के सुकरौली स्थित मझना नाला पुल के पास एक अज्ञात युवक का शव बरामद हुआ। शव पर चाकू से कई बार हमले के निशान थे। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन जांच टीमें गठित की थीं। इसके बाद शव की पहचान मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पड़वार गांव के रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि शव की पहचान में जबलपुर पुलिस की ओर से दर्ज की गई गुमशुदगी रिपोर्ट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अनिरुद्धाचार्य के यहां का वीडियो हुआ था वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के यहां इंद्र कुमार अपनी शादी न होने की बात कर रहे थे और यह भी बता रहे थे कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है। इसी वीडियो को देखकर गोरखपुर में रहने वाली साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी और उसके प्रेमी कौशल गौंड ने इंद्र को फर्जी शादी के जाल में फंसाने की साजिश रची।
प्रेमी ने भाई बन भेजा शादी का प्रस्ताव
पुलिस की मानें तो कौशल ने इंद्र से संपर्क किया और खुद को खुशी तिवारी का भाई बताते हुए शादी का प्रस्ताव दिया। इसके बाद साहिबा और इंद्र के बीच फोन पर बातचीत शुरू हुई और साहिबा ने खुद को ब्राह्मण युवती बताकर भरोसा दिलाया। तीन जून को इंद्र कुमार गोरखपुर पहुंचा और एक हलफनामा बनवाया गया जिससे उसकी संपत्ति पर दावा किया जा सके।
झूठी शादी और सुहागरात पर कत्ल
पांच जून को तीनों आरोपी साहिबा, कौशल और उनका सहयोगी समसुद्दीन इंद्र को कुशीनगर स्थित एक होटल ले गए। दिखावे के तौर पर वहां शादी की रस्में कराई गईं। इसके बाद इंद्र को खाने में नींद की गोलियां मिलाकर बेहोश किया गया और गाड़ी में बिठाकर सुकरौली ले जाया गया। बेहोश हाल में ही इंद्र की चाकू से हत्या कर दी और झाड़ियों में उसका शव फेंक दिया। आरोपी उसके साथ लाए गए जेवरात और नकदी भी लेकर फरार हो गए। अब पुलिस ने साहिबा बानो, कौशल और समसुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके पास हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, फर्जी दस्तावेज, जेवर और नकदी भी बरामद कर लिए गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश की जा रही है।