मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) नई दिल्ली ने एक नोटिफिकेशन जारी कर एनआरआइ कोटा के तहत एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया को लेकर नई शर्तें लागू की हैं। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, एनआरआइ कोटा में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों को अब अपने एनआरआइ होने के प्रमाण विदेश मंत्रालय के भारतीय मिशन से सत्यापित करवाने होंगे। संबंधित देश में भारतीय मिशन के विद्यार्थी के एनआरआइ, एनआरआइ के पुत्र/पुत्री, एनआरआइ के संरक्षण में होने के दस्तावेजों के सत्यापन के पश्चात ही विद्यार्थी एनआरआइ कोटा के तहत एमबीबीएस सीट पर प्रवेश का पात्र होगा। यदि एनआरआइ श्रेणी से संबंधित दस्तावेज जाली पाए जाते हैं तो न केवल विद्यार्थी बल्कि प्रवेश देने वाले मेडिकल संस्थान पर भी कार्रवाई की जाएगी। जांच में जाली व अपूर्ण दस्तावेज मिलने पर विद्यार्थी को आवंटित की गई एमबीबीएस सीट भी रद्द कर दी जाएगी।
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने अखिल भारतीय कोटे की एमबीबीएस एवं बीडीएस सीट मैट्रिक्स मंगलवार रात को जारी कर दी है। इसके साथ ही एमसीसी की ओर से ऑल इंडिया ऑनलाइन प्रथम राउंड काउंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ऑनलाइन प्रथम राउंड काउंसलिंग में सीट मैट्रिक्स अलग-अलग संस्थाओं में सीट्स की उपलब्धता के अनुसार जारी की गई है। सीट मैट्रिक्स जारी करने के साथ ही च्वाइस फिलिंग का प्रोसेस भी शुरू हो गया है। जो 22 से 28 जुलाई के मध्य चलेगा। प्रथम राउंड के सीट अलॉटमेंट की सूचना 31 जुलाई को जारी की जाएगी।
ऐसे होगी जांच
प्रथम स्तर: रिपोर्टिंग के समय संबंधित मेडिकल कॉलेज दस्तावेजों की जांच करेगा। द्वितीय स्तर: कॉलेज द्वारा दस्तावेज एमसीसी को भेजे जाएंगे, जो दोबारा जांच करेगा। तृतीय स्तर: एमसीसी दस्तावेजों को संबंधित देश के भारतीय मिशन/विदेश मंत्रालय को सत्यापन के लिए भेजेगा।
Hindi News / Kota / NEET UG 2025: अब त्रि-स्तरीय जांच के बाद ही होगा ‘NRI कोटा’ से एडमिशन, विदेश मंत्रालय से कराना होगा दस्तावेजों का सत्यापन