रामगंजमंडी. कृषि उपज मंडी में बीते 15 दिनों में धनिया के भावों में 500 से 700 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है। यह तेजी वर्ष 2025 में धनिया की कम आवक और बाहरी मंडियों से आई मांग के चलते बनी है। सामान्यत: बरसात के मौसम में धनिया के भाव स्थिर रहते हैं, लेकिन इस बार जुलाई माह से ही मांग में उछाल देखने को मिला है।
मंडी व्यापारी बताते हैं कि राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश से व्यापारी यहां की मंडी में धनिया बेचने आते हैं और अन्य राज्यों से भी कारोबारी यहां धनिया खरीदने आते हैं। इस वर्ष की तुलना में पिछले वर्ष अधिक आवक देखी गई थी, जिससे कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर रही।
सरसों के भावों में भी जारी है तेजी
पिछले डेढ़ माह में सरसों के भावों में भी लगातार तेजी देखने को मिल रही है। सरसों के भाव जहां सीजन के दौरान 5400 रुपए क्विंटल थे वहीं अब बढ़कर 6900 रुपए तक पहुंच गए हैं। दो दिन पहले यह आंकड़ा 7100 रुपए तक भी पहुंच चुका है। तेल मिलों की बढ़ी हुई मांग और मंडियों में सीमित स्टॉक के चलते यह तेजी बनी हुई है। हालांकि पिछली फसल में किसानों को गीली सरसों बेचने पर अपेक्षाकृत कम भाव मिले थे, लेकिन अब वही सरसों ऊंचे भावों पर बिक रही है।
हाड़ौती का धनिया सबसे लोकप्रिय
कोटा, बारां, झालावाड़ का धनिया देशभर में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। इसके दाने छोटे, खुशबूदार और अच्छी गुणवत्ता वाले होते हैं। मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र का धनिया दाने में बड़ा होता है, लेकिन उसकी खुशबू हाड़ौती के धनिया को टक्कर देती है। अन्य राज्यों के धनिए में खुशबू की कमी होती है, इसलिए अक्सर उसमें हाड़ौती का धनिया मिलाया जाता है। आने वाले दिनों में यदि बारिश सामान्य रही और डिमांड बरकरार रही तो भावों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
Hindi News / Kota / Mandi News: धनिया में अप्रत्याशित तेजी, 15 दिन में 500 से 700 रुपए प्रति क्विंटल महंगा, सरसों के भाव भी चढ़े