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PM आवास में लापरवाही स्वीकार नहीं, जिला पंचायत CEO ने दिया निर्देश… बताया जाता है कि गुरुवार को अनिकेत यादव पेट दर्द की शिकायत लेकर मेडिकल कॉलेज
अस्पताल पहुंचा था। अस्पताल में उसने इलाज कराया। डॉक्टर के परामर्श पर अनिकेत के खून की जांच की गई। दोपहर तक खून जांच की रिपोर्ट आई तब डॉक्टर ने सोनोग्राफी के लिए भेज दिया। लेकिन अस्पताल के सोनोग्राफी कक्ष में रेडियोलाजिस्ट मौजूद नहीं थे। कई घंटे गुजर गए लेकिन अनिकेत का इलाज नहीं हो पाया। इसके बाद मरीज को अस्पताल के डॉक्टरों ने सिटी स्कैन के लिए कोरबा के एक निजी सेंटर रेफर कर दिया।
इसी दौरान अनिकेत की हालत बिगड़ गई। उसे आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। अनिकेत को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। अस्पताल के डॉक्टरों से परिवार ने अनिकेत के लिए ऑक्सीजन गैस की मांग किया। डॉक्टर ने भरोसा दिया कि अनिकेत को ऑक्सीजन बेड मिलेगा लेकिन काफी देर बाद तक अनिकेत को ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं हुआ। इस बीच अनिकेत की सांसें उखड़ती गई और उसने दम तोड़ दिया। नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया।
अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। मृतक का भाई अनुराग यादव ने बताया कि अनिकेत को पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। इधर हंगामा बढ़ता देख मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रबंधन ने मामले की जांच का आदेश दिया है। प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि घटना की जांच की जाएगी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। मृत्यु का कारण स्पष्ट होने के बाद आगे कार्यवाही की जाएगी।