CG Fraud: ये था ठगी का तरीका
पूछताछ में आरोपी खिलेंद्र कश्यप (26), निवासी कोरगांव, थाना विश्रामपुरी, जिला कोंडागांव ने कबूल किया कि वह खुद को ’’डाइवर्सिफाइड मल्टीनेशनल ग्रुप ऑफ बिजनेसेस’’ का सदस्य बताकर विदेशी होटलों, कपड़ों और बंगलों में निवेश के नाम पर लोगों को झांसा देता था। वह सेना के जवानों और नागरिकों से लाभ और प्रॉपर्टी का लालच देकर ऑनलाइन व ऑफलाइन करोड़ों रुपये ठग चुका है।
बरामद सामान
आरोपी के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, 1 एप्पल लैपटॉप, 1 एप्पल आईपैड, 2 एटीएम कार्ड और ?1500 नकद बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी सामान जब्त कर लिया है और आरोपी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई जारी है। पुलिस टीम की अहम भूमिका
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में निरीक्षक संजय सिंदे, सहायक उपनिरीक्षक पीतांबर कठार, एएसआई रजउराम सूर्यवंशी, आरक्षक बासुराम मरकाम और महिला आरक्षक सरस्वती यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही।
ठगी का मामला और शिकायत
शिकायतकर्ता जगदीश्वर मरकाम (27), निवासी सिरसीकलार हल्दीबेड़ा ने 17 दिसंबर 2024 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 अगस्त 2023 को आरोपी खिलेंद्र कश्यप ने उन्हें ऑनलाइन मार्केटिंग से बड़ा लाभ दिलाने के नाम पर क्त्रस्4,50,000 की
ठगी की। शिकायत के आधार पर अपराध क्रमांक 171/2024, धारा 420 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया।
सात महीने की सतत निगरानी के बाद गिरफ्तारी
कोंडागांव पुलिस अधीक्षक के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन और एसडीओपी फरसगांव अभिनव उपाध्याय के पर्यवेक्षण में निरीक्षक संजय सिंदे के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। टीम ने दुबई, मलेशिया, दिल्ली, नोएडा सहित विभिन्न स्थानों में लंबे समय तक निगरानी रखने के बाद 14 जुलाई 2025 को सुबह 9 बजे आरोपी को ग्राम सुलेंगा, नारायणपुर से गिरफ्तार किया।