बैठक के दौरान कलेक्टर ऋषव गुप्ता द्वारा पंधाना परियोजना के गांधवा व पिपलौद सेक्टर प्रभारी, पुनासा की सेक्टर प्रभारी, मूंदी तथा 6 अन्य सेक्टर प्रभारी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं जिनके यहां सेम/मेम बच्चे शून्य हैं, को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में हरसूद की स्थिति संतोषजनक नहीं पाए जाने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी रत्ना शर्मा को हरसूद परियोजना की बैठक लेने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने जिले में पदस्थ परियोजना अधिकारी/पर्यवेक्षकों की पदस्थापना संबंधी जानकारी ली। साथ ही पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से प्रदर्शित तीन मुख्य प्रदर्शन संकेतक बिन्दुओं यथा बच्चों का वजन व ऊंचाई लेना, टेक होम राशन का वितरण एवं गर्म पका भोजन का वितरण पर चर्चा कर सुधार के निर्देश दिए।
रेन वॉटर हॉर्वेस्टिंग कराने के निर्देश
कलेक्टर द्वारा आंगनवाड़ी के भवन निर्माण कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। अपूर्ण एवं अप्रारंभ भवनों की सूची सहित जिला कार्यक्रम अधिकारी को समय सीमा की बैठक में उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग पर चर्चा करते हुए कलेक्टर गुप्ता द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी शासकीय भवनों में 30 जुलाई तक उक्त व्य्वस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित परियोजना अधिकारियों/पर्यवेक्षकों द्वारा आंगनवाड़ी भवन निर्माण एवं संचालन में आ रही समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि जिले एवं विभाग की प्रगति शत प्रतिशत हो एवं पूर्ण जिम्मेदारी से कत्र्तव्यों का निर्वहन करें ।