ममलेश्वर मंदिर में वीआइपी दर्शन के नाम पर रुपए लिए जाने की सूचना पर प्रशासन ने एक टीम गठित की। एसडीएम पुनासा शिवम प्रजापति ने बताया कि दल में शामिल अमरसिंह मंसूरे, लक्की पंचोली, सोनाली चौकड़े, प्राची शर्मा, अधीर रेवाल, देवेंद्र मार्को, अमित कुमार जैन श्रद्धालु बनकर ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर पहुंचे। दर्शनार्थी जोड़े के रूप में मंदिर परिसर में जांच दल से यहां मौजूद रिद्धि उर्फ रिद्धिचंद्र शर्मा निवासी ओंकारेश्वर ने वीआइपी दर्शन के बारे में पूछा गया। जिसके लिए प्रति जोड़े 1500 रुपए की राशि मांगी गई। पटवारियों ने मोलभाव किया, लेकिन रिद्धि शर्मा ने रुपए कम करने से मना कर दिया। इसके बाद 1500 रुपए जोड़े के मान से दो जोड़े के दर्शन के लिए 3000 हजार रुपए में बात तय हुई। पटवारी अमरसिंह ने फोन पे के माध्यम से पं. रिद्धिचंद्र शर्मा के खाते में राशि ट्रांसफर की।
मंदिर में दर्शन के लिए रुपए लेने के बाद रिद्धि ने पटवारियों को पं. अल्लू उर्फ देवेंद्र मुद्दगल निवासी ओंकारेश्वर के पास छोड़ दिया। अल्लू ने दोनों जोड़ो को मंदिर के वीआइपी गेट से प्रवेश कराने के लिए मंदिर में उपस्थित होमगार्ड नागेंद्र शर्मा के सहयोग से प्रोटोकाल के नाम पर निकासी द्वार से मंदिर में प्रवेश कराया। पूजन अभिषेक के बाद पंडित अल्लू ने दक्षिणा के नाम पर 500 रुपए की अलग से मांग की।
वीआइपी दर्शन के नाम पर रुपए लेने वाले होमगार्ड जवान नागेंद्र शर्मा पिछले 25 साल से ओंकारेश्वर में ही पदस्थ है। होमगार्ड जवान की ड्यूटी गोमुख घाट पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए नाव में लगी रहती है। होमगार्ड जवान ड्यूटी स्थल को छोडकऱ ममलेश्वर मंदिर के अंदर व परिसर में घूमते पाए जाने, श्रद्धालुओं से दर्शन कराने की शिकायत पर उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।