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युवाओं की दो समस्याएं, धैर्य की कमी और सबकुछ जल्दी पाने की चाहत, काउंसिलिंग की पड़ी जरूरत नि:शुल्क कोचिंग में पहले बैच के विद्यार्थी अत्यंत अनुशासित और समर्पित होकर पढ़ाई में लगे हुए हैं। उन्हें नियमित कक्षाएं, समय-समय पर टेस्ट सीरीज, करंट अफेयर्स अपडेट साक्षात्कार की विशेष तैयारी और मोटिवेशनल सेशन जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। एकेडमी के सौरभ चतुर्वेदी ने बताया कि भोरमदेव विद्यापीठ कोचिंग एक ऐसा संस्थान है जहां आधुनिक तकनीक, सुविधाजनक वातावरण और अनुभवी शिक्षकों के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षा की प्रभावी तैयारी करवाई जा रही है।
यहां एयर कंडीशन्ड कक्षाओं, डिजिटल बोर्ड, स्मार्ट क्लासेज, पुस्तकालय और स्वच्छ कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं जिससे छात्र-छात्राओं को बड़े शहरों जैसा माहौल बना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन दिल्ली आईएएस एकेडमी के वरिष्ठ शिक्षक प्रशांत व देव द्वारा किया जा रहा है जो प्रतिदिन छह घंटे की क्लास लेकर विद्यार्थियों को विशेषज्ञ मार्गदर्शन दे रहे हैं। वहीं स्थानीय स्तर पर इस कोचिंग सेंटर का संचालन रूपेश मिश्रा और राकेश टंडन द्वारा कुशलता से किया जा रहा है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि हमारा लक्ष्य है कि कोई भी प्रतिभाशाली युवा केवल संसाधनों के अभाव में अपने सपनों से समझौता न करे। भोरमदेव विद्यापीठ के माध्यम से हम युवाओं को वह मंच प्रदान कर रहे हैं, जहां से वे राज्य सेवा, पुलिस सेवा, शिक्षकीय सेवा सहित अन्य प्रतिष्ठित पदों पर चयनित होकर समाज के सशक्त स्तंभ बन सकें। यह संस्थान आज केवल एक कोचिंग सेंटर नहीं, बल्कि कबीरधाम की प्रतिभाओं को संवारने और संजोने का केंद्र बन चुका है।