कलेक्टर की ओर से तहसीलदार परमेश्वसर मंडावी ने ज्ञापन स्वीकार किया। जिले के शिक्षक प्रात: 11 बजे जिला मुख्यालय के रानी दुर्गावती चौक में एकत्र हुए, जहां त्रुटिपूर्ण युक्तियुक्तकरण के खिलाफ शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी किया। तत्पश्चात शिक्षकों ने मोटरसाइकिल से रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
Teachers Protest in CG: युक्तियुक्तकरण निरस्तीकरण को लेकर शिक्षकों का प्रदर्शन
शिक्षक साझा मंच ने त्रुटिपूर्ण युक्तियुक्तकरण में और त्रुटि करने का पोल खोलते हुए बताया कि वर्तमान युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में संलग्न शिक्षक को मूल शाला में दर्शाते हुए अतिशेष की गणना करना है, लेकिन अधिकारियों ने इसका खुला उल्लंघन करते हुए पंडरिया ब्लॉक के प्राथमिक शाला टाटाकसा में संलग्न शिक्षक को यथावत रखते हुए उस स्कूल में पदस्थ सहायक शिक्षक कौशल तेली को अतिशेष बनाकर बोड़ला ब्लॉक के प्राथमिक शाला शिवनी कला में पदांकित कर दिया गया है।
ऐसे ही एक मामला जिला
मुख्यालय के स्वामी करपात्री जी उच्चतर माध्यमिक शाला से आया है, जहां परिवीक्षा अवधि समाप्ति का आदेश जारी नहीं होने के बाद भी व्यायाता प्रीति गुप्ता को अतिशेष बनाकर बिरकोना हायर सेकेंडरी स्कूल में पदांकित कर दिया गया है। ऐसे ही मामले में प्रदेश के चार अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। इस दौरान जिला संचालक रमेश चन्द्रवंशी, शिवेंद्र चन्द्रवंशी, प्रेमनारायण शर्मा, परस अंचल, आसकरण धुर्वे, वकील बेग मिर्जा, गोकुल जायसवाल उपस्थित रहे।
नजदीकी पदों को छुपाने से नाराज शिक्षक
जिले में अतिशेष घोषित शिक्षकों के लिए जिला व ब्लॉक मुख्यालय के आसपास के पदों को काउन्सिलिंग में नहीं दिखाया गया। जिले के शिक्षकों को परेशान करने के लिए नजदीक के पदों को छुपा दिया गया। जिले में मिडिल स्कूल के छ: गणित शिक्षकों को अतिशेष घोषित किया गया था, जिनके लिए बोड़ला ब्लॉक के शभूपीपर, लरबक्की, बैरख, पंडरिया ब्लॉक के तेलियापनी लेदरा व कुही व कवर्धा ब्लॉक के बिरकोना को दिखाया गया। इनमें से बिरकोना को छोड़ दिया जाए तो शेष स्कूल जिला मुख्यालय से 50 से 60 किमी की दूर है। छुपाए गए स्कूल का राज तब खुला जब संभाग में हुए काउन्सिलिंग के समय जिला मुख्यालय के पास स्थित स्कूलों को दिखाया गया, जिसमें नेवारी, स्वामी करपात्री स्कूल कवर्धा, इंदौरी, धमकी, बहनी का नाम शामिल है। इन स्कूलों में अब दुर्ग जिले के शिक्षक पदांकित हुए हैं।