जानकारी के मुताबिक, सैनी थाना क्षेत्र के धुमाई मुराइन का पूरा गांव निवासी बीरेंद्र कुमार ने अपनी भूमिधरी जमीन की पैमाइश के लिए एसडीएम सदर को ऑनलाइन प्रार्थना पत्र दिया था। एसडीएम सिराथू ने इस पर कार्रवाई करते हुए भूमि की पैमाइश का आदेश जारी किया। आरोप है कि इस प्रक्रिया के बदले राजस्व निरीक्षक मेवालाल ने बीरेंद्र से 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
बीरेंद्र ने रिश्वतखोरी की शिकायत एंटी करप्शन संगठन से की। शिकायत की गुप्त जांच के बाद इसे सही पाया गया, जिसके बाद बुधवार को ट्रैप की योजना बनाई गई। प्रयागराज से पहुंची एंटी करप्शन टीम, जिसमें निरीक्षक अंजली यादव, रविंद्र सिंह, अलाऊद्दीन अंसारी और वर्षा श्रीवास्तव शामिल थे, ने रामलीला मैदान, सिराथू के पास स्थित मेवालाल के आवास पर उसे घूस लेते हुए पकड़ लिया।
मेवालाल मूल रूप से मंझनपुर के चकमजरा थाम्भा गांव का निवासी है। इस कार्रवाई के बाद तहसील के राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी राजस्व निरीक्षक को जल्द ही निलंबित कर अग्रिम विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।