शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री भावुक हो उठे। जब ऐशन्या और संजय द्विवेदी की आंखों से आंसू बहने लगे, तो प्रधानमंत्री ने उन्हें ढांढस बंधाया और कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रुका नहीं है, यह अभी जारी है और हम आपसे मिलते रहेंगे।’ परिवार को नरवल SDM की कार से चकेरी एयरपोर्ट लाया गया था, जहां यह भेंट हुई।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर हो, ये हमारी अर्थव्यवस्था के लिए तो जरूरी है ही। साथ ही साथ आत्मसम्मान के लिए भी उतना ही जरुरी है। इसलिए हमने देश को उस निर्भरता से आजादी दिलाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया।
ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन इंडिया की ताकत भी देखी है। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए।
ये ताकत हमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से मिली है। एक समय था, जब भारत सैन्य जरूरतों के लिए, अपनी रक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था। हमने उन हालातों को बदलने को शुरुआत की।
यूपी में बन रही ब्रह्मोस
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ये पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि वो डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता में बड़ी भूमिका निभा रहा है। जैसे कानपुर में पुरानी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री है, ऐसी 7 ऑर्डिनेंस फैक्टियों को हमने बड़ी आधुनिक कंपनियों में बदल दिया है। एक समय जहां से पारंपरिक उद्योग पलायन कर रहे थे। वहां अब डिफेंस सेक्टर की बड़ी कंपनियां आ रही हैं। यहां पास में ही अमेठी में AK203 राइफल का निर्माण शुरू हो चुका है। ऑपरेशन सिंदूर में जिस ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मनों को सोने नहीं दिया, उस ब्रह्मोस मिसाइल का भी नया पता है-उत्तर प्रदेश।
47 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री सीधे चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में 47,574 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। सभा स्थल पर कई लोग ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लिखी टी-शर्ट पहनकर पहुंचे, जिससे शहीदों के सम्मान और राष्ट्र के प्रति समर्थन का संदेश स्पष्ट झलका। पीएम का कानपुर का आठवां दौरा
प्रधानमंत्री मोदी का यह डेढ़ महीने के भीतर उत्तर प्रदेश का दूसरा दौरा है। इससे पहले वे 11 अप्रैल को काशी आए थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनका आठवां कानपुर दौरा है, जो इस शहर के लिए उनकी प्राथमिकता को दर्शाता है।