ओसियां @ पत्रिका। जोधपुर से वाया ओसियां होते हुए फलोदी तक जाने वाले स्टेट हाईवे का डेढ़ दशक बाद अब कायाकल्प होगा। करीब 66 करोड़ रुपए की लागत से 120 किमी इस हाइवे का नवीनीकरण किया जाएगा।
दरअसल जोधपुर से वाया ओसियां होते हुए फलोदी तक जाने वाले स्टेट हाईवे का बनने के बाद एक बार भी नवीनीकरण नहीं हुआ, जिसके चलते यह सड़क मार्ग खस्ताहाल हो गया। सड़क पर जगह जगह गड्ढे बन गए।
जिसके चलते वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। इसके बावजूद भी टोल वसूली आज दिन तक जारी रही हैं। इसको लेकर ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने विधानसभा में मुद्दा भी उठाया था तथा सरकार को कई बार पत्र भी लिखे।
पत्रिका ने उठाया मुद्दा राजस्थान पत्रिका ने इस मुद्दे को अपने जोधाणा अंक में एक दशक पहले निर्मित ओसियां- फलोदी हाईवे की हालत खस्ता शीर्षक से खबर प्रकाशित कर सरकार का ध्यान आकर्षित कराया था। वहीं गत बजट सत्र में ओसियां विधायक भैराराम सियोल द्वारा सदन में पूछे गए सवाल के जवाब में सार्वजनिक निर्माण विभाग के आरएसआरडीसी ने जवाब देते हुए बताया कि सड़क नवीनीकरण के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी कर दी गई हैं।
वाहन चालकों को राहत देने वाली खुशखबरी
जोधपुर ओसियां फलोदी राजमार्ग के राहगीरों को आवागमन में राहत देने वाली खबर है।शीघ्र ही खस्ताहाल सड़क से वाहन चालकों निजात मिलने के साथ दोनों प्रमुख जिलों जोधपुर फलोदी के राहगीरों की राह भी आसान होगी।
टोल रोड होने के बावजूद लंबे समय से नहीं हो पाया नवीनीकरण
राजस्थान राज्य सड़क विकास निगम द्वारा संचालित जोधपुर ओसियां फलोदी राजमार्ग पर चार जगहों पर डेढ़ दशक से लगातार टोल वसूला जा रहा है।सड़क निर्माण के डेढ़ दशक बीत जाने के बावजूद जिम्मेदारों ने सड़क सुधारने के बारे में सुध तक नहीं ली।
वाहनों चालकों को भारी समस्याओं के साथ कई बार हादसों का शिकार भी होना पड़ा।वाहन चालकों का कहना हैं कि टोल भी चुका रहे हैं तथा टूटी रोड से वाहन भी बिगड़ रहे हैं। दोहरी मार झेलनी पड़ रही हैं।
इनका कहना है
प्रदेश की भाजपा सरकार ने जोधपुर ओसियां फलौदी स्टेट हाईवे की दशा को सुधारने के लिए 66 करोड रुपए की राशि स्वीकृत की है उक्त सड़क मार्ग नवीनीकरण के लिए टेंडर प्रक्रियाधीन है जल्दी ही राहगीरों को राहत मिलेगी।
भैराराम सियोल, विधायक ओसियां जोधपुर
Hindi News / Jodhpur / Good News: राजस्थान के इस 120 KM लंबे स्टेट हाईवे का होगा कायाकल्प, खर्च होंगे 66 करोड़ रुपए