राजस्थान के जोधपुर के लूणी थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन के दौरान पुलिस कांस्टेबल सुनील खिलेरी को डम्पर के नीचे कुचलकर निर्मम हत्या करने के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी डंपर चालक राणाराम ने आखिरकार पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते सोमवार को जोधपुर की एक कोर्ट में आत्मसमर्पण कर बैठा। कोर्ट ने उसे अग्रिम जांच के लिए पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस चौबीस घण्टे बाद मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस ने राणाराम की गिरफ्तारी पर 20,000 का इनाम घोषित कर रखा था। इससे पहले इस जघन्य प्रकरण में सरपंच पति हापुराम बिश्नोई, रविंद्र गोदारा, सागर सैन और महेंद्र डूडी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
25 मई की है घटना
यह घटना 25 मई की सुबह खेजड़ली कला इलाके में हुई थी, जब लूणी थाना पुलिस अवैध बजरी खनन की सूचना पर मौके पर पहुंची। वहां बजरी का अवैध खनन करते हुए सरपंच पति और अन्य को देखा गया। पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए राणाराम डंपर लेकर भाग निकला और आगे जाकर सड़क पर ही बजरी खाली करने लगा। पीछे-पीछे पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस गाड़ी से नीचे उतरकर कांस्टेबल सुनील खिलेरी डम्पर चालक राणाराम को रोका तो राणाराम ने डंपर तेजी से मोड़ा और सुनील को कुचल दिया। डंपर का पिछला पहिया सुनील के पेट और पैरों पर से निकल गया।
यह वीडियो भी देखें
पुलिस ने चलाया था अभियान
गंभीर रूप से घायल सुनील को एमडीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन दिन बाद 27 मई की रात उनकी मृत्यु हो गई। पूरे पुलिस विभाग और इलाके में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। घटना के बाद पुलिस ने मौके से जेसीबी मशीन और 1240 टन अवैध बजरी जब्त की और हत्या की धारा जोड़ते हुए सघन छापेमारी अभियान चलाया।
सुनील खिलेरी 2013 में पुलिस में भर्ती हुए थे। वे दो बच्चों के पिता थे और उनका एक भाई भी पुलिस विभाग में कार्यरत है। विभाग ने उन्हें पूरे सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी थी। अब पुलिस की कोशिश है कि मामले में सख्त चार्जशीट तैयार कर सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे तक पहुंचाया जाए।