बीएसएफ जवान की पार्थिव देह को कांधा दे अंतिम विदाई देतीं बेटियां (फोटो- पत्रिका)
सीमा सुरक्षा बल की 125वीं बटालियन में जम्मू-कश्मीर के सांभा क्षेत्र में कार्यरत हैड कांस्टेबल बिजेंद्र कुमार तेतरवाल की पार्थिव देह गुरुवार को राजस्थान के खेतड़ी के गांव पदेवा पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। मां दाखा देवी, वीरांगना सजना देवी और दोनों पुत्रियों कुंजन-जिया का रो-रो कर बुरा हाल था।
हैंड कांस्टेबल बिजेंद्र कुमार को ड्यूटी के दौरान पेट में दर्द की शिकायत हुई थी, तो वहां उन्हें मिलिट्री अस्पताल में दिखाया गया। जहां से उन्हें जयपुर रेफर किया गया। जयपुर में बुधवार को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इस मौके उनकी पार्थिव देह को आठ वर्षीय पुत्र अनीष ने मुखाग्नि दी। बीएसएफ 39वीं बटालियन चौप जयपुर से आए सब इंस्पेक्टर जगमाल सिंह फागणा के नेतृत्व में बीएसएफ की टुकड़ी ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया।
पुष्पांजलि अर्पित की
इस मौके पर विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर, तहसीलदार सुनील कुमार, नायब तहसीलदार विजयपाल सिंह, चरण सिंह पदेवा, अमित कुमार, भोमाराम सैनी, कैप्टन रामनिवास ताखर, सूबेदार जगदीप ताखर, सूबेदार जयकरण डांगी सहित दर्जनों लोगों ने जवान की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की।
बेटियों ने पार्थिव देह को दिया कांधा
अंतिम यात्रा में बेटियों कुंजन व जिया ने पिता की अर्थी को भारत माता की जय उद्घोष के साथ कांधा दिया, तो वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो उठी। परिवार में मां दाखा देवी, वीरांगना सजना देवी दो पुत्रियां कुंजन व जिया तथा 8 वर्षीय पुत्र अनीष तथा छोटा भाई विनोद कुमार है। विजेंद्र की एक बड़ी बहन पुष्पा भी सीआरपीएफ में हैड कांस्टेबल है।
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चार किलोमीटर निकाली तिरंगा यात्रा
जयपुर से जवान की पार्थिव देह आने पर शहीद करतार सिंह स्मारक दलेलपुरा से लेकर जवान के पैतृक गांव पदेवा स्थित घर तक 4 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली। बीएसएफ से आए अधिकारियों व विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने जवान के आठ वर्षीय पुत्र अनीष को तिरंगा भेंट किया। अनीष ने तिरंगा लेकर जय हिंद बोलते हुए माथे के लगाया तो हर किसी की आंखें नम हो उठीं।