सोमवार शाम को कलेक्टे्रट में जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ और जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने पत्रकारों को समूची कार्रवाई की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गत 24 अप्रेल की शाम को जब वीडियोग्राफर शंभू सिंह को सोहेल ने गोली मारी थी, तब उसके साथ कार में घाटाखेड़ी निवासी फैजल खान उर्फ हिदायत और सांकरिया निवासी फारूख भी मौजूद थे। कार में एक नाबालिग भी था। वारदात के बाद ये जंगल में भाग गए थे। वहां वारदात में शामिल कार को छोड़कर तीनों मध्यप्रदेश की तरफ निकल गए। वारदात के समय फैजल कार चला रहा था। इस दौरान पुलिस ने कार की पहचान करते हुए नाबालिग को पकड़ा और उससे पूछताछ के आधार पर तीनों अभियुक्तों के बारे में जानकारी जुटाई।
टीमें लगातार कर रही थी पीछा-
वारदात के बाद से पुलिस की तीन टीमें लगातार तीनों आरोपियों का पीछा कर रही थी। कभी उनकी लोकेशन इंदौर तो कभी अन्य जगह मिल रही थी। उनकी एक टीम ने लोकेशन के आधार पर सोहेल, फैजल और फारुख को उज्जैन के रिंग रोड इलाके में जंगल से गिरफ्तार किया। तीनों यहां छिपे हुए थे। पुलिस तीनों को झालावाड़ ले आई। अब उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। तीनों अभियुक्तों की वारदात के बाद फरारी और शरण देने वाले व्यक्तियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
हुलिया बदल लिया-
वारदात के बाद पुलिस से बचने के लिए सोहेल ने अपना हुलिया बदल लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चकमा देने के लिए उसने अपने बाल कटवा लिए और दाढ़ी साफ करवा ली, जबकि उसके जो फोटो थे, उसमें उसने दाढ़ी रख रखी थी।
मकान पर बुलडोजर चलाया-
प्रशासन ने सोमवार को डग इलाके में चारचुरनी में सोहेल के मकान पर बुलडोजर चलाया। जांच में यह मकान अवैध पाया गया। इस मकान का कुछ हिस्सा पहले बन चुका था। कुछ हिस्से में निर्माण कार्य चल रहा था। सोहेल के परिजन जमीन और अन्य जरूरी दस्तावेज नहीं बता पाए। ऐसे में इसे ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन सोहेल की और अवैध सम्पत्तियों को चिन्हित कर रहा है। इन पर भी कार्रवाई की जाएगी। सोहेल के साथ झालावाड़ जेल के एक कर्मचारी की फोटो वायरल हुई है। उसके खिलाफ जांच और कार्रवाई के लिए पुलिस ने जेल अधीक्षक को लिखा है। जेल में रहने के दौरान इस कर्मचारी से सोहेल की दोस्ती होना बताया गया।