विडंबना यह है कि एडमिशन के लिए भटकने वाले बच्चों में ज्यादातर सरकारी अंग्रेजी माध्यम से आठवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी हैं। इसके बावजूद विद्यार्थियों तक को प्रवेश नहीं मिल रहा है। इससे दर्जनभर बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया है, क्योंकि पूरे पामगढ़ ब्लॉक में स्वामी आत्मानंद के अलावा दूसरा कोई सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल नहीं है। इससे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने वाले बच्चे ही अंग्रेजी स्कूल में एडमिशन पाने तरस रहे हैं।
बच्चों की समस्या को देखते हुए कन्या शाला अध्यक्ष बसंती भारती के द्वारा प्राचार्य पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है और विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने की मांग की है। शिकायत के मुताबिक, पामगढ़ में संचालित शासकीय मॉडल इंग्लिश मिडियम
स्कूल पामगढ़ में कक्षा आठवीं उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी पामगढ़ में एडमिशन लेने पहुंच रहे हैं लेकिन प्राचार्य के द्वारा एडमिशन नहीं दिया जा रहा है। इससे छात्र परेशान हैं।
अभिभावकों ने कहा- बच्चों का भविष्य दांव पर
शासकीय मॉडल इंग्लिश मिडियम स्कूल पामगढ़ से आठवीं उत्तीर्ण करने वालों में विद्यार्थियों में चांदनी श्रीवास, तमन्ना सारथी, सानिया, दीप्ति मनहर, माही, पल्लवी, सेजल, प्रिसेंस खुंटे, खिलेन्द्र कश्यप, अनुराग यादव, अर्चना यादव शामिल हैं। इन विद्यार्र्थियों के द्वारा आत्मानंद अंग्रेजी उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी पामगढ़ में दाखिला लेना चाह रहे हैं मगर एडमिशन नहीं दिया जा रहा है।
अभिभावकों का कहना है कि ब्लॉक में कोई दूसरा सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल नहीं है और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने लायक आर्थिक स्थिति भी नहीं है। ऐसे में हमारे बच्चों को भविष्य तो दांव में लग गया है। एक ओर स्कूलों में प्रवेश उत्सव पर बच्चों का सम्मान किया जा रहा है, पर यहां तो बच्चों को दुत्कार मिल रहा है।
सीट क्षमता के मुताबिक पूर्व से ज्यादा बच्चों का एडमिशन हो चुका है इसीलिए एडमिशन नहीं लिया जा रहा है। उच्चाधिकारियाें से जो मार्गदर्शन मिलेगा, उसी अनुसार अग्रिम कार्रवाई करेंगे। – एनजे एक्का, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद शा. उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय पामगढ़