कैसे बना छोटा अमेजन?
जब गंगरेल डेम से पानी छोड़ा जाता है और शिवरीनारायण स्थित स्टॉफ डेम के गेट बंद रहते हैं, तब महानदी के इस हिस्से में जल स्तर अचानक बढ़ जाता है। यह पानी नदी के सूखे किनारों और बीच के हिस्सों को डुबा देता है, जिससे वहाँ मौजूद पेड़-पौधे जलमग्न हो जाते हैं – नतीजा, अमेजन जैसी दृश्यावली का निर्माण होता है।प्राकृतिक विशेषताएं
यह क्षेत्र हरियाली, शांत वातावरण और नाव यात्रा के लिए उपयुक्त प्राकृतिक संरचना के कारण एकदम खास बन गया है। स्थानीय नाविक पर्यटकों को इस जलमग्न जंगल में ले जाकर अनोखा अनुभव दे रहे हैं।पर्यटन संभावना
केंद्र बन रहा है। राज्य पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन यदि यहां आवश्यक सुविधाएं विकसित करें, तो यह जगह राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध हो सकती है।
नौका विहार
शिवरीनारायण में पर्यटन की संभावनाओं की तलाश में जिला प्रशासन जुटा है। नौका विहार के साथ नदी के बीच में एक बड़ा रेतीला स्थान को विकसित करने की तैयारी है। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बताया कि शिवरीनारायण में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योजना तैयार कर रहे हैं।नौका विहार और नई योजनाएं
जिला प्रशासन ने यहां पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बताया कि नौका विहार के साथ नदी के बीच के एक रेतीले टापू को भी विकसित किया जाएगा। पर्यटन के लिए विशेष योजनाएं तैयार की जा रही हैं।शिवरीनारायण: आस्था और प्रकृति का संगम
शिवरीनारायण छत्तीसगढ़ की एक प्राचीन धार्मिक नगरी है।यह महानदी, शिवनाथ और जोक नदी के त्रिवेणी संगम पर बसा है।
यहां माता सबरी का मंदिर है, जिससे यह स्थान धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
राज्य सरकार ने घाटों को लाइटिंग और विकास कार्यों से सजाया है।
छोटा अमेजन बना नया आकर्षण
अब शिवरीनारायण आने वाले पर्यटकों के लिए ‘छोटा अमेजन’ एक नया रोमांचक अनुभव बन गया है।यह जगह प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफरों और सैर-सपाटे के शौकीनों के लिए बेहद खास साबित हो रही है।