भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी जालोर को एक शिकायत परिवादी से मिली थी। जिसके अनुसार आरोपी रीडर वीरेन्द्र कुमार नाग की ओर से परिवादी के उपखण्ड कार्यालय में विचाराधीन अपील में विपक्षी को नोटिस जारी करने की एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा था। इस पूरे मामले में 25 हजार रुपए में सौदाय तय हुआ।
शिकायत के सत्यापन के बाद जोधपुर रेंज के उपमहानिरीक्षक भुवन भूषण यादव के सुपरबिजन में एसीबी चौकी जालोर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मांगीलाल राठौड़ ने ट्रेप कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान आरोपी रीडर वीरेन्द्र कुमार नाग ने परिवादी से प्राप्त रिश्वत राशि 25 हजार रुपए प्राप्त कर कार्यालय में कार्यरत होमगार्ड जगदीश सिंह को दिए गए।
जिसने यह रिश्वत राशि कार्यालय के बाहर नाश्ता केबिन लगाने वाले प्राइवेट व्यक्ति दिनेश कुमार को थमाई। एसीबी टीम ने रिश्वत राशि 25 हजार रुपए बरामद कर तीनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ जारी है।
रीडर जालोर का निवासी
रीडर वीरेंद्र मूल रूप से जालोर के पुरा मोहल्ला शिव गली का निवासी है और काफी समय से आहोर एसडीएम कार्यालय में ही तैनात है। एसीबी टीम के अनुसार आरोपी ने संभावित कार्रवाई से बचने के तमाम जतन किए, लेकिन उसके बावजूद वह पकड़ा गया। आरोपियों से इस प्रकरण के संभव में गहन पूछताछ की जा रही है। रिश्वत राशि लेने के इस मामले में अन्य स्टाफ की भूमिका की जांच भी हो रही है।