scriptJalore: कथावाचक अभयदास के एक पोस्ट के बाद तैनात हुआ 20 थानों का पुलिस जाब्ता, जानिए किस तरह से बिगड़ा था मामला | After a post by kathavachak Abhaydas in Jalore, police force from 20 police stations was deployed | Patrika News
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Jalore: कथावाचक अभयदास के एक पोस्ट के बाद तैनात हुआ 20 थानों का पुलिस जाब्ता, जानिए किस तरह से बिगड़ा था मामला

जालोर शहर में 20 से अधिक स्थानों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। स्वयं पुलिस उप अधीक्षक गौतम जैन पुलिस जाब्ते के साथ कलक्ट्रेट गेट के बाहर मौजूद रहे।

जालोरJul 29, 2025 / 04:54 pm

Rakesh Mishra

kathavachak abhaydas

जालोर कलक्ट्रेट के बाहर तैनात रहा पुलिस जाब्ता। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के जालोर में चातुर्मास कथा महोत्सव के आयोजन के दौरान किले की चढ़ाई पर बायोसा मंदिर दर्शन के बाद सोशल मीडिया पर कथावाचक अभयदास महाराज की ओर से की गई पोस्ट के बाद गहराया विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को कथावाचक के जालोर पहुंचने की सूचना पर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा।
जालोर शहर में 20 से अधिक स्थानों पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। स्वयं पुलिस उप अधीक्षक गौतम जैन पुलिस जाब्ते के साथ कलक्ट्रेट गेट के बाहर मौजूद रहे। सोशल मीडिया पर दोपहर तक पहुंचने की पोस्ट के बाद हालांकि कथावाचक अभयदास महाराज नहीं पहुंचे, लेकिन पुलिस प्रशासन की दिनभर परेड हो गई। शाम को महामंडेश्वर ईश्वरानंद गिरी पहुंचे और राजेंद्र नगर स्थित जागनाथ महादेव मंदिर में दर्शन किए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से चातुर्मास महोत्सव के तहत अभयदास महाराज को कथा की अनुमति में प्रशासन को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आयोजन का उद्देश्य चातुर्मास व कथा वाचन ही होना चाहिए। इससे जालोर का भाईचारा व शांति नहीं बिगड़नी चाहिए।

लगातार कई पोस्ट जारी, प्रशासन की माथापच्ची बढ़ी

18 जुलाई से पूर्व और 18 जुलाई से लेकर अब तक कथावाचक की ओर से दर्जनभर सोशल मीडिया पोस्ट की गई। जिसमें आयोजनकर्ताओं समेत अन्य लोगों पर आरोप लगाए गए। लगातार जालोर पहुंचने की बात भी सोशल मीडिया पर कथावाचक ने कही। इस बीच सोमवार को एक पोस्ट में कहा कि प्रशासन मुझे रोक रहा है।
उन्होंने आगे लिखा कि मैं जालोर में कथा नहीं कर सकता। जालोर में किसी भक्त के घर नहीं जा सकता। एक साधु को कितनी यातनाएं दोगे। मेरा संकल्प तुड़वा दिया। जब तक मैं जालोर नहीं आऊंगा, मेरे चातुर्मास का संकल्प पूरा नहीं होगा। मैं तखतगढ़ से रवाना हो गया हूं। सीधे रास्ते से नहीं पहुंच सकता। इसलिए घूम-फिरकर आऊंगा। हालांकि शाम 7 बजे तक केवल कयास ही लगाए गए कि कथावाचक शायद जालोर में हैं।

समिति बनी, जांच होगी

भाजपा ने मामले की जांच का जिम्मा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को दिया। राठौड़ ने रविवार को 3 नेता संतों की समिति बनाई। समिति 3 दिन में रिपोर्ट पेश करेगी। समिति को घटनाक्रम की विस्तृत जांच कर तीन दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस समिति में सुमेधानंद सरस्वती, महंत बालकनाथ व महंत प्रतापपुरी शामिल है। इसी तरह जालोर शिव सेना जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित ने भी तीन सदस्यों की टीम बनाई है।
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बता दें कि 18 जुलाई को किले की घाटी के कूच के आह्वान के बाद पुलिस ने कथावाचक को रोका था। धक्का -मुक्की हुई और अंत में मंत्री जोराराम कुमावत की मौजूदगी में शाम को बायोसा मंदिर में दर्शन के बाद पुलिस ने कथावाचक को तखतगढ़ छोड़ दिया था। अभयदास महाराज जालोर में 11 जुलाई से श्रावणमासीय कथा महोत्सव की शुरुआत की थी और 18 तारीख की कथा के बाद से महोत्सव बंद है।

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