एक टीम में 15 कर्मचारी, कार्यरत 4
डिस्कॉम सूत्रों के अनुसार पोकरण कस्बे के 33 केवी जीएसएस पर कार्यरत एफआरटी में कुल 15 पद स्वीकृत है। इसमें से 4 कार्मिक ही कार्यरत है। इसके अलावा तकनीशियन के 6 में से केवल 2 जने ही कार्यरत है। ऐसे में कस्बे के 30 हजार से अधिक की आबादी की विद्युत संबंधी समस्याओं का निस्तारण समय पर नहीं हो पाता है।
खराब मौसम में बिगड़ती है स्थिति
कर्मचारियों की कमी का खामियाजा मौसम खराब होने पर आमजन को भुगतना पड़ता है। हल्की आंधी, बारिश के दौरान कहीं पर भी फॉल्ट आ जाने पर समय पर समस्या का निस्तारण नहीं हो पाता है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को घंटों तक बिन बिजली रहना पड़ता है।
आमजन के साथ अधिकारी भी परेशान
कस्बे में विद्युत संबंधी समस्या होने पर एफआरटी में कर्मचारियों की कमी के कारण आमजन के साथ डिस्कॉम अधिकारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार समय पर फॉल्ट नहीं मिलने अथवा एक से अधिक जगहों पर फॉल्ट हो जाने पर कई घंटे तक विद्युत आपूर्ति बंद रहती है। इस दौरान आमजन को परेशानी होती ही है। इसके साथ ही डिस्कॉम के अधिकारियों के लिए परेशानी उत्पन्न हो जाती है।
हो चुके कई हादसे, सुरक्षा के उपकरण नहीं
कर्मचारियों की कमी के साथ ही कार्यकारी एजेंसी की ओर से कार्यरत कार्मिकों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण भी मुहैया नहीं करवाए जा रहे है। जिसके कारण आए दिन हादसे भी हो रहे है। बिना सुरक्षा उपकरण के हाइटेंशन विद्युत लाइनों को ठीक करने के दौरान कस्बे में कुछ कार्मिकों की मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद उपकरण मुहैया करवाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
हर माह हजारों का भुगतान
एफआरटी की कार्यकारी एजेंसी को डिस्कॉम की ओर से प्रत्येक माह हजारों रुपए का भुगतान किया जा रहा है। जबकि कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसके कारण उपभोक्ताओं की समस्याओं का समय पर समाधान नहीं हो रहा है। फैक्ट फाइल
- 8-9 हजार उपभोक्ता है पोकरण कस्बे में
- 30 हजार से अधिक पोकरण की आबादी
- 4 कर्मचारी एफआरटी में है कार्यरत
- 15 कर्मचारियों के पद स्वीकृत
किया जाएगा पाबंद
एफआरटी में कार्मिकों की कमी है। व्यवस्था संभाल रहे है। कार्यकारी एजेंसी को कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने को लेकर पाबंद किया जाएगा। - अशोककुमार, सहायक अभियंता डिस्कॉम, पोकरण