करीब 50 फीट की दूरी पर एक युवती का शव पीले रंग के घाघरा-कुर्ते में पड़ा मिला, जिसके दोनों हाथों में लाल-सफेद रंग की लंबी चूडिय़ां थीं। दोनों शव उल्टे पड़े हुए थे और अत्यधिक सड़-गल चुके थे, जिससे चेहरों की पहचान संभव नहीं हो सकी। अनुमान है कि दोनों की मौत करीब 8 से 10 दिन पहले हुई होगी।
घटनास्थल पर मिले पहचान पत्रों के अनुसार युवक का नाम रवि कुमार पुत्र दीवान बताया गया है, जिसकी जन्मतिथि 3 जनवरी 2008 है, जबकि युवती का नाम शांति बाई पुत्री गुलू कुमार है, जिसकी जन्मतिथि 30 जुलाई 2010 दर्ज है। दोनों पहचान पत्रों पर ‘पाकिस्तान’ दर्ज है और पीछे की ओर उर्दू में लिखावट पाई गई है।
विभिन्न पहलुओं की जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एफएसएल टीम, एमओबी टीम और वृत अधिकारी मौके पर पहुंचे। टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। बीएसएफ की 26वीं बटालियन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। दोनों शवों को रामगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मोर्चरी कक्ष में रखवाया गया है। मेडिकल बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी। फिलहाल, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मामले की विभिन्न पहलुओं से गहन जांच कर रही हैं, जिसमें घुसपैठ, आत्महत्या या किसी अन्य साजिश की आशंका को ध्यान में रखते हुए हर बिंदु पर जांच जारी है।