जानकारी के अनुसार खुफिया एजेंसियों को उसके मोबाइल में पाकिस्तान के कई अनजान नम्बर मिले हैं। जिनके बारे में वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इसके अलावा बताया जाता है कि, शकूर ने अपने फोन से कई दस्तावेज डिलीट भी किए हैं, जिन्हें रिकवर करने के भी प्रयास किए जाएंगे। शकूर खां मंगलिया, जैसलमेर जिले के बडोड़ा गांव की मंगलियों की ढाणी का निवासी है। वह कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद के निजी सहायक के तौर पर काम कर चुका है।
ऐसे आया एजेंसियों के राडार पर
जानकारी के अनुसार शकूर खां पिछले कई दिनों से खुफिया एजेंसियों राडार पर था। उस पर शक की सुई तब गहराई जब यह जानकारी सामने आई कि वह सरकार को बिना सूचित किए और बिना अनुमति लिए पाकिस्तान की यात्राएं कर चुका है। जानकारी के अनुसार शकूर पिछले कुछ वर्षों में 6-7 बार पड़ोसी देश की यात्रा पर जा चुका है। कहा जा रहा है कि जैसलमेर में पूछताछ के दौरान शकूर खां ने एजेंसियों से वांछित सहयोग नहीं किया। ऐसे में उसे जयपुर ले जाया गया है, जहां सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां उससे संयुक्त तौर पर पूछताछ करेंगी।
राजनीतिक मुद्दा बना
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता से नाम जुड़ा होने के चलते राजस्थान भाजपा ने एक्स पर एक पोस्ट कर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा से सवाल किया है कि शकूर खान किस पूर्व मंत्री का निजी सचिव रहा है? इसी तरह से भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि ‘राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद के निजी सहायक शकूर खान पर पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी करने के पुख्ता सबूत मिले हैं। वह सीमावर्ती इलाकों की गोपनीय सूचनाएं पाक अधिकारियों से साझा करता था। शकूर खान सरकारी कर्मचारी है और कई बार सरकार को बिना बताए पाकिस्तान की यात्रा भी कर चुका है। कांग्रेस के खून में ही पाकिस्तान-परस्ती है।’