किराए के भवन में चल रहा महाविद्यालय
राज्य सरकार की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद किराए के भवन में महाविद्यालय का संचालन शुरू कर दिया गया। तब से अभी तक महाविद्यालय किराए के भवन में ही चल रहा है। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से करीब ढाई वर्ष पूर्व निविदाएं आमंत्रित कर कार्यकारी एजेंसी को भवन निर्माण के लिए कार्यादेश दे दिए गए।
1 वर्ष से तैयार भवन में जमा हो रही धूल
कार्यकारी एजेंसी की ओर से गत वर्ष भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया। कई सुविधाओं से युक्त भवन 1 वर्ष से तैयार खड़ा है और उसमें धूल जमा हो रही है। एक वर्ष बाद भी सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से भवन को महाविद्यालय प्रशासन को सुपुर्द करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके कारण विद्यार्थियों को बिना किसी सुविधा के किराए के भवन में बैठकर अध्ययन करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।
नहीं लिखा एक भी पत्र
इस संबंध में पत्रिका ने पड़ताल की तो सामने आया कि अभी तक सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से भवन महाविद्यालय को सुपुर्द करने के लिए अभी तक एक भी पत्र नहीं लिखा गया है। जबकि 1 वर्ष से भवन बनकर तैयार खड़ा है। जिससे अधिकारियों की लापरवाही स्वत: प्रकट हो रही है। फैक्ट फाइल:-
- 300 विद्यार्थी अध्ययनरत है भणियाणा महाविद्यालय में
- 1 वर्ष पूर्व बनकर तैयार हो गया था भवन
- 5.51 करोड़ की लागत से बनाया गया भणियाणा कॉलेज
नहीं किया सुपुर्द
सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से अभी तक भवन उन्हें सुपुर्द करने को लेकर कोई पत्र नहीं लिखा गया है। न ही भवन सुपुर्द किया गया है। - संदीप पारीक, कार्यवाहक प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय, भणियाणा
शीघ्र की जाएगी सुपुर्दगी की कार्रवाई
भवन गत वर्ष तैयार हो गया था। अभी तक महाविद्यालय को सुपुर्दगी नहीं की गई है। सहायक अभियंता को भवन की सुपुर्दगी केे लिए निर्देशित कर दिया है। शीघ्र ही सुपुर्द कर दिया जाएगा।
- हर्षवर्धन डाबी, अधिशासी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, पोकरण