श्रम आयुक्त पूजा पार्थ ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए सभी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक संस्थानों, निजी कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के नियोक्ताओं से अपील की है कि वे इस निर्णय का पूरी तरह पालन करें। उन्होंने कहा कि यह दिन श्रमिकों के सम्मान और उनके अधिकारों को सशक्त करने का अवसर है, और इसे हर्षोल्लास से मनाया जाना चाहिए।
श्रम विभाग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी श्रमिक का वेतन इस छुट्टी के कारण नहीं काटा जाएगा। यह फैसला लाखों श्रमिकों के लिए राहतभरी खबर बनकर आया है, जो रोजाना कड़ी मेहनत कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हैं।
श्रम आयुक्त ने यह भी कहा कि समाज और विकास में श्रमिकों का योगदान अमूल्य है और उन्हें सम्मान देने के लिए इस तरह की पहल आवश्यक है। विभाग ने नियोक्ताओं से अपील की है कि वे इस आदेश का पालन कर श्रमिकों के अधिकारों का सम्मान करें।