बीते 12 घंटे में 3 सेमी बढ़ा जलस्तर
पिछले 24 घंटे में चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिले में बारिश का दौर सुस्त रहने पर खारी, डाई और भेड़च नदियों में पानी का बहाव अब कम हो गया है। तीनों नदियों का पानी बनास नदी से होकर त्रिवेणी संगम में मिलता है और वहां से यह बीसलपुर डेम के कैचमेंट एरिया में पहुंचता है। बारिश का दौर धीमा पड़ने से बीसलपुर डेम में भी पानी की आवक धीमी पड़ने लगी है। डेम में अभी तक 70.77 फीसदी पानी की आवक दर्ज हो चुकी है। वहीं त्रिवेणी में पानी का बहाव 2.80 मीटर पर है।ओवरफ्लो होने की उम्मीदें बरकरार
भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में बारिश का दौर धीमा पड़ने के कारण बीसलपुर डेम में भी पानी की आवक अब धीमी रफ्तार से हो रही है। मंगलवार सुबह त्रिवेणी संगम में पानी का बहाव 2.80 मीटर मीटर दर्ज हुआ। हालांकि डेम में पानी की आवक निरंतर हो रही है। सुबह डेम का जलस्तर 313.87 आरएल मीटर रिकॉर्ड हुआ। डेम अब ओवरफ्लो होने से 1.63 आरएल मीटर दूर है।सात दिन में यूं बढ़ा डेम का जलस्तर
दिनांक | अपस्ट्रीम लेवल | स्टोरेज % |
08.07.25 | 313.87 | 70.77 |
07.07.25 | 313.85 | 70.42 |
06.07.25 | 313.82 | 69.88 |
05.07.25 | 313.76 | 68.81 |
04.07.25 | 313.64 | 66.67 |
03.07.25 | 313.45 | 63.56 |
02.07.25 | 312.70 | 54.58 |
इस साल 8वीं बार छलकेगा डेम
जयपुर की लाइफ लाइन बीसलपुर डेम अपने निर्माण से लेकर अब तक सात बार छलक चुका है। पिछले साल भी बांध जमकर ओवरफ्लो हुआ। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार भी पानी की बंपर आवक होने पर बांध 8वीं बार छलकने की उम्मीद है। हालांकि बांध अब भी पूर्णभराव क्षमता से 1.63 मीटर दूर है।
फैक्ट फाइल बीसलपुर बांध परियोजना
बांध का 1985 में हुआ था शिलान्यास1987 में बांध का शुरू हुआ निर्माण 1996 में बांध बनकर तैयार
832 करोड़ रुपए आई लागत
जल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर
कुल जल भराव क्षमता 38.708 टीएमसी पानी का होता है भराव
अब तक सात बार बांध ओवरफ्लो
2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खुले 2006 में दूसरी बार छलका बांध2014 में तीसरी बार खोले गए गेट 2016 में भी बांध के खुले गेट
2019 में बांध के 17 गेट खोले 2022 में भी छलका बांध
2024 में सातवीं बार छलका डेम