किशनगढ़ में उर्वरक बनवाकर बेच रहीं देश की नामी कम्पनियां, नकली उर्वरक बनाने वाली 14 फैक्ट्रियां सीज
कृषि विभाग की टीमों ने लगातार चौथे दिन रविवार को भी किशनगढ़ समेत राज्य के कई जिलों में कार्रवाई की। कार्रवाई के बाद किशनगढ़ क्षेत्र में स्थित फैक्टरियों के बाहर सन्नाटा पसरा है। अब तक कार्रवाई में किशनगढ़ में 14 फैक्टरियां सीज की गई है। अब तक 8 फैक्टरियों के खिलाफ केस दर्ज हो चुके हैं।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने नकली उर्वरक फैक्ट्री में मारा छापा, फोटो एक्स हैंडल
कानाराम मुण्डियार राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना की अगुवाई में उर्वरक बनाने वाली फैक्टरियों के खिलाफ हुई छापे की कार्रवाई में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। सहकारी संस्था इफको समेत देश की कई नामी फर्टिलाइजर कम्पनियां किशनगढ़ की फैक्टरियों में उर्वरक बनवाकर बेच रही हैं।
जो उर्वरक किशनगढ़ में बन रहा है कि उन कम्पनियों ने उर्वरक का निर्माण व पैकिंग किशनगढ़ की बजाय दूसरे शहरों के नाम दिखा रखी है। कृषि विभाग ने अतिशय बॉयोटेक चुरली, ग्रीन एग्रो इंडस्ट्रीज बांदरसिंदरी, आदित्य आर्गेनिक फर्टिलाइजर, लवेरा में सहकारी संस्था इफको नाम वाले उर्वरक तथा दिव्या एग्रो इंडस्ट्रीज नलू में श्रीराम फर्टिलाइजर, पतंजलि एग्रो, कोरोमंडल फर्टिलाइजर नाम वाले उर्वरक से भरे हुए कट्टे जब्त किए गए हैं। अब तक लगभग सवा लाख कट्टे जब्त किए गए हैं। जांच के लिए 22 सैम्पल लिए गए हैं।
कृषि विभाग की टीमों ने लगातार चौथे दिन रविवार को भी किशनगढ़ समेत राज्य के कई जिलों में कार्रवाई की। कार्रवाई के बाद किशनगढ़ क्षेत्र में स्थित फैक्टरियों के बाहर सन्नाटा पसरा है। अब तक कार्रवाई में किशनगढ़ में 14 फैक्टरियां सीज की गई है। अब तक 8 फैक्टरियों के खिलाफ केस दर्ज हो चुके हैं। किशनगढ़ में कई फैक्टरियों में जब्त किए गए उर्वरक में इफको का बड़ा माल भी शामिल है। इफको की ओर से सागरिका ब्रांड का जैव उत्प्रेरक का उत्पादन इन फैक्टरियों में करवाकर बेचा जा रहा है।
राज्य में यहां भी कार्रवाई
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक (गुण-नियंत्रण) के. के. मंगल के अनुसार नकली उर्वरक के खिलाफ कृषि विभाग की 160 टीमें राज्य भर में कार्रवाई कर रही है। किशनगढ़ के अलावा श्री गंगानगर में मैसर्स सोइलटेक फर्टिलाइजर से 525 टन, उदयपुर से 46 टन, जयपुर के एशियन डॉन बॉयोकेयर से 32 टन उर्वरक जब्त किया गया है।
नकली खाद बनाने और बेचकर किसानों से धोखाधड़ी करने वालों को जेल भेजा जाएगा। इसके लिए अलग-अलग 10 एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। कोटा में यह बात रविवार को कृषि मंत्री डॉ. किरोडी़लाल मीना ने राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान (सिआम) ऑडिटोरियम में आयोजित युवा कृषक संवाद में कही। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी जगहों से एकत्रित किए गए सैंपल की जांच की जा रही है। इसमें पाई जाने वाली नकली खाद नष्ट करने के साथ इसके निर्माताओं और विक्रेताओं को जेल भेजा जाएगा। चार माह में किसानों से धोखाधड़ी करने वाले सलाखों के पीछे होंगे।