हर घंटे में एक सेमी बढ़ रहा जलस्तर
पिछले 24 घंटे में चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिले में हुई मूसलाधार बारिश के चलते खारी, डाई और भेड़च नदियां उफान पर आ गई। त्रिवेणी संगम में भी इस साल सीजन में पहली बार 8 मीटर से ज्यादा पानी का बहाव दर्ज किया गया। ऐसे में बीसलपुर डेम के जलस्तर में हर घंटे एक सेंटीमीटर बढ़ोतरी लगातार हो रही है। डेम में अभी तक 65.24 फीसदी पानी का स्टोरेज हो चुका है।
छलकने में सिर्फ 194 घंटे की देर
बीसलपुर डेम के जलस्तर में प्रति घंटे एक सेंटीमीटर तक बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि शुक्रवार सुबह त्रिवेणी संगम में पानी का बहाव 4 मीटर से घटकर 3.90 मीटर दर्ज हुआ। लेकिन फिर भी त्रिवेणी से डेम में पानी की आवक तेज रफ्तार से हो रही है। शुक्रवार सुबह 11.30 बजे बीसलपुर डेम का जलस्तर 313.56 आरएल मीटर दर्ज किया गया। जबकि सुबह 6 बजे डेम का जलस्तर 313.49 आरएल मीटर रहा है। ऐसे में यदि इसी रफ्तार से पानी की आवक रही तो डेम आगामी 194 घंटे में ओवरफ्लो होने की उम्मीद है।सात दिन में यूं बढ़ा डेम का जलस्तर
दिनांक | अपस्ट्रीम लेवल | स्टोरेज % |
04.07.25 | 313.56 | 65.24 |
03.07.25 | 313.45 | 63.56 |
02.07.25 | 312.70 | 54.28 |
01.07.25 | 312.62 | 53.30 |
30.06.25 | 312.56 | 52.55 |
29.06.25 | 312.57 | 52.55 |
28.06.25 | 312.57 | 52.68 |
तो अब 8वीं बार छलकेगा डेम
जयपुर की लाइफ लाइन बीसलपुर डेम अपने निर्माण से लेकर अब तक सात बार छलक चुका है। पिछले साल भी बांध जमकर ओवरफ्लो हुआ। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार भी जुलाई में ही पानी की बंपर आवक होने पर बांध 8वीं बार छलकने की उम्मीद है। हालांकि बांध अब भी पूर्णभराव क्षमता से 1.94 मीटर दूर है।
फैक्ट फाइल बीसलपुर बांध परियोजना
बांध का 1985 में हुआ था शिलान्यास1987 में बांध का शुरू हुआ निर्माण 1996 में बांध बनकर तैयार
832 करोड़ रुपए आई लागत
जल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर
कुल जल भराव क्षमता 38.708 टीएमसी पानी का होता है भराव
अब तक सात बार बांध ओवरफ्लो
2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खुले 2006 में दूसरी बार छलका बांध2014 में तीसरी बार खोले गए गेट 2016 में भी बांध के खुले गेट
2019 में बांध के 17 गेट खोले 2022 में भी छलका बांध
2024 में सातवीं बार छलका डेम