तो राजस्थान में इकोनॉमी का बूस्टअप और तेजी से होगा
उद्योगपतियों के अनुसार समय पर राशि नहीं मिलने के कारण मशीनरी खरीद, उत्पादन विस्तार, तकनीकी अपग्रेडेशन में दिक्कत आती रही है। बकाया इंसेंटिव और सब्सिडी मिलती रहे तो राजस्थान में इकोनॉमी का बूस्टअप और तेजी से होगा। रिप्स योजना में नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, आइटी, महिला उद्यमिता, स्टार्टअप्स और अपशिष्ट से ऊर्जा, सौर, पवन, बायोमास व एम-सैंड जैसे क्षेत्रों को विशेष प्रोत्साहन देने का प्रावधान है।
यहां भी भरोसा जीतने की जरूरत
1- वर्ष 2020 व 2021 में निरंतर उत्पादन स्कीम जारी की गई। इसमें जो निवेशक लगातार पांच साल तक उत्पादन करेगा, उसे इंसेंटिव देने का प्रावधान किया गया, ताकि प्रदेश से उद्योग बाहर नहीं जाएं। इंसेंटिव जारी करने की प्रक्रिया धीमी चल रही है।2- मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन में भी जो प्रोत्साहन राशि दी जानी है, वह लंबित है।
प्रदेश में जल्द नए उद्योगों का बढ़ने वाला है दायरा
राज्य में निवेशक अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। निवेशकों को जो वादा किया है, उसे पूरा किया जा रहा है। प्रदेश में जल्द नए उद्योगों का दायरा बढ़ने वाला है।आलोक गुप्ता, प्रमुख सचिव, उद्योग विभाग