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जयपुर में मां-बहनों के गहने लूटने वाला गैंग पकड़ा, सिर मुंडवाया-मूंछें हटाईं…100 सीसीटीवी और 500 ऑटो वालों से खुला राज

Jaipur News: जयपुर में बुजुर्ग महिलाओं से सोने के कंगन लूटने वाले ऑटो गैंग के दो सदस्य दिल्ली से गिरफ्तार हुए। पुलिस ने 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 500 ऑटो वालों से पूछताछ की। लुटेरे वारदात के बाद ऑटो पार्क कर दिल्ली भाग जाते थे।

जयपुरJul 06, 2025 / 08:09 am

Arvind Rao

Jaipur News

ऑटो गैंग के दो सदस्य दिल्ली से गिरफ्तार (फोटो- पत्रिका)

Jaipur News: राजधानी जयपुर में विधायकपुरी थाना पुलिस ने बुजुर्ग महिलाओं को ऑटो में बैठा सोने के कंगन लूटने वाले वाले दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद ऑटो को पार्किंग में खड़ाकर तुरंत दिल्ली भाग जाते।

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बता दें कि सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर पुलिस ने 500 ऑटो चालकों से पूछताछ कर सरगना और उसके साथी को गिरफ्तार लिया। इस मामले में दो आरोपी अभी फरार हैं। डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गोविंद राजकोटिया (71) और अश्विन मीठापुरा (23) मूलत: भावनगर (गुजरात) हाल दिल्ली के रहने वाले हैं।

सरगना गोविंद जुआ-सट्टा और अय्याशी का शौकीन था। इस कारण परिवार ने उसे घर से बाहर कर दिया। वह जयपुर और दिल्ली में रहने लगा। साल 2014 से गलता गेट इलाके में रहने के दौरान पत्नी की मौत हो गई। इसके बाद वह दूसरी शादी करके दिल्ली चला गया। दिल्ली में गिरोह बनाकर कई वारदात को अंजाम दिया। दस साल से वह दिल्ली में रहकर वारदात को अंजाम दे रहा था।


सिर मुंडवाया और मूंछें हटवाईं


आरोपी वारदात करने के बाद दिल्ली चले गए। सरगना गोविंद ने पुलिस को चकमा देने के लिए वारदात के बाद सिर मुंडवा लिया और मूंछें हटवा ली थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने ऑटो रिक्शा खरीदने के बाद कई वारदात को अंजाम दिया। विधायकपुरी थाना इलाके में वारदात करने से पहले उन्होंने मुरलीपुरा में भी एक महिला को लूटा था। आरोपी इतने शातिर हैं कि वारदात के बाद वे रेलवे स्टेशन पहुंचे और ऑटो को वहां पार्किंग में खड़ा करने के बाद दिल्ली रवाना हो गए।


ऐसे देते थे वारदातों को अंजाम


सरगना गोविंद को जयपुर में रहने के दौरान यहां के रास्तों के बारे में अच्छी जानकारी हो गई थी। इस दौरान वह ऑटो रिक्शा खरीदकर चलाने लगा। उसने गुजराती जानकारों का गिरोह बनाकर वारदात शुरू की। साजिश के तहत ऑटो चालक अपने एक या दो साथियों को आगे की सीट पर बैठाकर अलग-अलग बस स्टैंड पर रैकी करते।

बुजुर्ग महिलाओं को बैठाकर 200 से 300 मीटर दूर जाने के बाद एक-दो सदस्य ऑटो को रुकवाते और उसी समय ऑटो चालक आगे के टायर में हवा कम होने का बहाना बनाकर साथी को भी पीछे की सीट पर भेज देता। उसके बाद सभी आरोपी बुजुर्ग सवारी को घेरकर उससे धक्का-मुक्की करते। इस बीच ध्यान भटका कर सवारी द्वारा पहने हुए जेवर व कीमती सामान निकाल लेते।


वारदात के बाद दिल्ली भाग जाते थे


वारदात को अंजाम देने के बाद ऑटो रिक्शा को पार्किंग में खड़ा कर लग्जरी वाहनों, बस-ट्रेन से दिल्ली भाग जाते। मामला शांत होने के बाद लौटते और ऑटो लेकर चलाने लगते। आरोपियों ने 1 जुलाई को अमरापुर में दर्शन करने आई संगीता नंदवानी और हेमलता वासवानी के साथ वारदात को अंजाम दिया था।

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