Rajasthan: बीसलपुर डेम पर बिन बरसे बादल दे रहे राहत… जानें, वाटर लेवल मेंटेन होने का ये कारण
पिछले तीन दिनों से जयपुर, अजमेर और टोंक जिले में रूटीन जलापूर्ति के बावजूद बीसलपुर डेम का वाटर लेवल बादलों के कारण स्थिर है जबकि बारिश का दौर थमा रहा है।
जयपुर की लाइफलाइन बीसलपुर डेम पर बादल बिन बरसे मेहरबान हैं। चौंक गए आप लेकिन यह हकीकत है। पिछले तीन दिनों से जयपुर, अजमेर और टोंक जिले में रूटीन जलापूर्ति के बावजूद बीसलपुर डेम का वाटर लेवल बादलों के कारण स्थिर है जबकि बारिश का दौर थमा रहा है। हालांकि डेम में अभी तक बनास नदी से पानी की आवक शुरू नहीं हुई है।
बीसलपुर डेम से जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को रूटीन जलापूर्ति में रोजाना करीब 1125 एमएलडी पानी सप्लाई होता हैं जिसमें से जयपुर शहर को करीब 725 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध से मिलता है। रूटीन जलापूर्ति होने पर बांध के जलस्तर में रोजाना एक सेंटीमीटर तक कमी दर्ज होती है। लेकिन पिछले तीन दिनों से जलापूर्ति के बावजूद जलस्तर 312.56 आरएल मीटर पर ठहरा हुआ है।
ये बताया कारण
जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बांध में अभी पानी की आवक थमी हुई है। पिछले सप्ताह तक बांध के कैचमेंट एरिया में हुई तेज बारिश से जलस्तर में 11 सेंटीमीटर बढ़ोतरी हुई। कैचमेंट एरिया में छाए घने बादलों के कारण बांध के पानी का वाष्पीकरण रूके रहने के कारण रूटीन जलापूर्ति के बावजूद बांध का जलस्तर स्थिर है।
बनास नदी 90 किलोमीटर दूर तक सूखी
विभाग के अधिकारियों के अनुसार बीसलपुर बांध में पानी की आवक में सहायक बनास नदी में पानी का बहाव अभी 1.90 मीटर पर है लेकिन बांध से 90 किलोमीटर दूरी तक नदी में पानी का बहाव अभी नहीं हो रहा है। अब मानसून फिर सक्रिय होने और नदी में पानी का बहाव तेज होने पर ही बांध में पानी की आवक शुरू होने की उम्मीद है।
इन दो जिलों से बांध में आता पानी
प्रदेश के भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में होने वाली बारिश का पानी ही बनास, खारी और डाई नदी से होकर त्रिवेणी संगम तक पहुंचता है। जहां से नदियों का पानी तेजी से बांध तक पहुंचकर जलस्तर को बढ़ाता है। अभी तक तीनों नदियों का बहाव क्षेत्र ही रिचार्ज नहीं हो सका है। ऐसे में जुलाई के पहले पखवाड़े तक ही त्रिवेणी से पानी की आवक शुरू होने की उम्मीद है।